शहडोल: कुपोषण दूर करने के लिए रणनीति पर अपेक्षित कार्य नही होने पर कमिश्नर ने व्यक्त की कडी नाराजगी, अधिकारियों को दी चेतावनी

शहडोल । कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने शहडोल संभाग के सभी आॅगवाडी केन्द्रो के माध्यम से पोषण आहार का नियमित वितरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। आॅगनवाडी केन्द्रो के माध्यम से पोषण आहार वितरण कार्य में किसी भी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न न हो। सभी आॅगनवाडी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों को नियमित पोषण आहार का वितरण सुनिश्चित कराएं। कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए है कि वे सतत रूप से अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व के माध्यम से पोषण आहार वितरण कार्यक्रम की सतत माॅनिटरिंग कराएं। कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायतों एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि, वो कुपोषण को दूर करने के लिए परिणाममूलक कार्यवाही करें।

शासन स्तर से कुपोषण दूर करने के लिए अच्छी कार्ययोजना
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा आज कलेक्टर कान्फ्रेंस में अधिकारियेां को निर्देशित कर रहें थे। कलेक्टर कान्फ्रेंस में मुख्य वन संरक्षक पीके वर्मा, कलेक्टर शहडोल डाॅ. सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर उमरिया संजीव श्रीवास्व, कलेक्टर अनूपपुर सुश्री सोनिया मीना एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें। कोरोना काल में कुपोषण की स्थिति और अधिक बिगडी है। कुपोषण मिटाने के लिए सभी अधिकारी समन्वय बनाकर काम करें और कुपोषण की स्थिति को हटाएं। बच्चें, शिशुवती माताएं, गर्भवती माताएं, स्वस्थ और सुरक्षित रहें इसके लिए शहडोल संभाग में निरंतर परिणाम मूलक प्रयास होने चाहिए। शासन स्तर से कुपोषण दूर करने के लिए अच्छी कार्ययोजना बनाकर प्रेषित की गई थी। जिसका अपेक्षित क्रियान्वयन मैदानी स्तर पर नही किया गया। कमिश्नर ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि, वे कुपोषण दूर करने के लिए अच्छी कार्य संस्कृति का विकास करें और अपना सर्वोत्तम कार्य कुपोषण की स्थिति में सुधार के लिए करें। जो अधिकारी एवं कर्मचारी अच्छा काम करेगें उन्हे प्रोत्साहित किया जाएगा, गलत कार्य करने वाले अधिकारियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कार्ययोजना तैयार करें तथा उस पर कार्यवाही भी करें
हमारी पहली चुनौती कुपोषण की स्थिति को सुधारना है, एनिमिक महिलाओं एवं कम वजन के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना है। अगले 15 दिवसों में हम इस स्थिति में सुधार के लिए क्या प्रयास कर सकते है,इसके लिए कार्ययोजना तैयार करें तथा उस पर कार्यवाही भी करें। संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारी ज्यादा कुपोषण की स्थिति वाले गांव का भ्रमण करें तथा वहां की आॅगनवाडी केन्द्रों द्वारा दी जा रही सेवाओं को और अधिक कारगार और बेहतर बनाएं। कमिश्नर ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की जिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि, शहडोल संभाग में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए जवाबदेही के साथ निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है। कमिश्नर ने कहा कि, गर्भवती माताओं का समय-समय पर टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएं तथा उन्हें संदर्भ सेवाएं मुहैया कराई जाएं, बच्चों का समय-समय पर टीकाकरण किया जाए तथा बच्चों को होने वाले निमोनिया रोग एवं अन्य रोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए।

सवांददाता: संदीप साहू