आर्थिक तंगी और राजनीतिक उठा पटक से जूझ रहे पाकिस्तान में शुक्रवार को शाहबाज सरकार ने 50.45 बिलियन डॉलर का बजट पेश किया। ये बजट पाकिस्तानी रुपए में 14.46 लाख करोड़ और भारतीय रुपए में 4.15 लाख करोड़ का था। पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन के मुताबिक, ये पिछले साल की तुलना में 51% ज्यादा है।
वित्त मंत्री इशाक डार ने संसद में बजट स्पीच दी। बजट में 51 हजार करोड़ रुपए सेना को दिए गए हैं। बजट में पाकिस्तान का ग्रोथ टारगेट 3.5% रखा गया है, जो भारत के ग्रोथ टारगेट 6.5% से आधा है।
बजट स्पीच के दौरान वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि बजट में कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि ये कोई चुनावी बजट नहीं है बल्कि असली इकॉनोमी पर फोकस करता है। बजट में एग्री लोन के लिए 64 हजार करोड़ रुपए दिए गए हैं। जरूरी सामानों के इम्पोर्ट पर कोई ड्यूटी नहीं बढ़ाई गई है।
सरकारी कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ेगी। ग्रेड 1-16 के कर्मचारियों की सैलरी 35% और ग्रेड 17-22 के कर्मचारियों की सैलरी 30% बढ़ेगी।
पाकिस्तानी सरकार ने वित्त वर्ष 2024 के लिए कुल एक्सपेंडीचर (खर्च) 13.32 लाख करोड़ रुपए रखा है। इसका 55% हिस्सा कर्ज और उसकी ब्याज चुकाने में खर्च होगा। यानी करीब 7.3 लाख करोड़ रुपए कर्ज चुकाने में ही चले जाएंगे। सरकार ने अगले साल महंगाई दर 21% से कम रखने का टारगेट रखा है।
वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए कई कठिन कदम उठाने पड़े हैं। हमें पता है कि ऐसा करने से गरीबी और महंगाई बढ़ेगी। ।IMF ने गुरुवार को बताया था कि उन्होंने पाकिस्तान के बजट को डिस्कस किया है। शाहबाज सरकार ने वित्त वर्ष 2024 के लिए वित्तीय घाटे का टारगेट 7% रखा है। जबकि 2 लाख करोड़ रुपए की रेवेन्यू कलेक्शन यानी कमाई का अनुमान है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के पास आगामी चुनाव के चलते बड़ी घोषणाओं और वादों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं।
दरअसल, पाकिस्तान IMF से 10 हजार करोड़ रुपए के लोन की मांग कर रहा है। इसके लिए उसने IMF की कई ऐसी शर्तों को भी माना है, जिसका सीधा असर पाकिस्तान के लोगों की जेब पर पड़ा यानी उससे महंगाई बढ़ी।
IMF के कहने पर पाकिस्तान की सरकार ने पैट्रोल, डीजल और बिजली पर टैक्स बढ़ाया। वहीं, IMF ने अब लोन पास करने से पहले पाकिस्तान से 7 महीनों के भीतर 65 हजार करोड़ रुपए जुटाने की मांग की है। द टेलीग्राफ के मुताबिक इससे पाकिस्तान को IMF से लोन मिलने की संभावना और कम होती दिख रही है।
टमाटर के दाम 1.11% तक बढ़े
चिकन के दाम 2.87% तक बढ़े
प्याज के दामों में 7.31% की बढोतरी दर्ज की गई
चाय के दाम 1.56% बढ़े
नमक के दाम में 1.08% की बढ़ोतरी हुई
आटे के दाम 4.06% बढ़े
LPG के दाम 4.46% बढ़ेपाकिस्तान सरकार अपने पिछले साल के बजट का कोई टारगेट पूरा नहीं कर पाई। पिछले साल 2023 के लिए ग्रोथ का टारगेट 5% रखा गया था। जिसे बाद में और भी घटाकर 2% कर दिया था। अब 2023 के लिए पाकिस्तान की ग्रोथ रेट 0.29% रखी गई है। साउथ एशिया में सबसे ज्यादा महंगाई पाकिस्तान में है। पाकिस्तान की सरकार का बजट उस समय पेश किया जा रहा है जब उनका विदेशी मुद्रा भंडार घटकर केवल 32 हजार करोड़ रुपए रह गया है।