इजराइल और हमास सीजफायर को लेकर गंभीर बातचीत हुई

बैकडोर डिप्लोमैसी के तहत इजराइल और हमास की बातचीत चल रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक- पिछले हफ्ते इजिप्ट के डेलिगेशन ने इजराइल की सीक्रेट विजिट की थी। इस दौरान सीजफायर को लेकर गंभीर बातचीत हुई। दूसरी तरफ, कतर के मीडिएटर्स ने इजराइल को बताया है कि हमास तमाम बंधकों की रिहाई के लिए तैयार है, लेकिन वो एक महीने का सीजफायर चाहता है।
इजिप्ट का दल तेल अवीव पहुंचा तो इसने इजराइली सरकार के सामने जंग को पूरी तरह खत्म करने के लिए बातचीत की। यह कोशिश इसलिए अहम हो जाती है, क्योंकि इजराइल कई बार कह चुका है कि वो हमास के पूरे खात्मे के पहले जंग बंद नहीं करेगा।
अब कतर और इजिप्ट के मीडिएटर्स सीजफायर के लिए नया फ्रेमवर्क बना रहे हैं। इजिप्ट के एक अफसर ने कहा- हालात इस वक्त बेहद पेचीदा और मुश्किल हैं। इजिप्ट चाहता है कि इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह हटे और इसके बाद सभी पक्ष समझौता करें और हमास अमन की गारंटी दे।
दूसरी तरफ, कतर के एक सोर्स ने कहा- हमास बंधकों की रिहाई के लिए तैयार है, लेकिन उसकी मांग है कि इजराइल कम से कम एक महीने के सीजफायर की गारंटी दे। फिलिस्तीन अथॉरिटी का भी रोल अहम हो सकता है। हालांकि, इजराइल इस बारे में झुकने को तैयार नहीं है। यही सबसे बड़ी दिक्कत है।
इसी रिपोर्ट में कहा गया है- इजराइल और अमेरिका अच्छी तरह जानते हैं कि हमास अब ज्यादा देर टिक नहीं सकता। लिहाजा, वो अपनी ताकत बचाए रखने के लिए सीजफायर और होस्टेज फ्री करने की बात कर रहा है। इजराइल उसे राहत नहीं देना चाहता, वो ताकत के बल पर बंधकों को छुड़ाना चाहता है।
गाजा में एक कॉम्पलेक्स को तबाह करने के बाद लौटते इजराइली सैनिकों की है। यहां एक स्कूल पर रेड के दौरान घातक हथियार और डॉक्यूमेंट्स भी मिले हैं।
रविवार को खान यूनिस इलाके में दो सैनिक मारे गए। बताया गया है कि ये दोनों सैनिक यूनिट से अलग हो गए थे और हमास की गोलीबारी के चपेट में आ गए। इन दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
इस बीच, खान यूनिस इलाके में ही इजराइल ने एक स्कूल पर रेड के दौरान बेहद घातक हथियार बरामद किए हैं। इनमें तमाम रॉकेट लॉन्चर, ईरानी सेना की एक मशीनगन और हैंड ग्रेनेड हैं। कुछ डॉक्यूमेंट्स भी बरामद किए गए हैं।
इजराइली बमबारी में रविवार को फिलिस्तीन अथॉरिटी के एक मंत्री यूसुफ सलामा की मौत हो गई। इनकी उम्र 68 साल बताई गई है। उन्हें फिलिस्तीनी अथॉरिटी के राष्ट्रपति महमूद अब्बास का करीबी बताया जाता है।