कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के साथ एक वर्चुअल बैठक के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को एक बार फिर से पार्टी की बागडोर सौंपने की मांग की। सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने राहुल को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने का मुद्दा उठाया। मौजूदा राजनीतिक हालात और देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति पर चर्चा के लिए यह बैठक बुलाई गई थी।
बैठक के दौरान दिग्विजय ने कहा कि राहुल को अध्यक्ष के तौर पर पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए, क्योंकि हमने मौजूदा सरकार के खिलाफ कई मुद्दों पर उन्हें मोर्चा लेते देखा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राजीव सातव, शक्तिसिंह गोहिल, नीरज डांगी और कई अन्य सांसदों ने इसका समर्थन किया। राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल की तारीफ की और कहा कि कोविड-19 महामारी के दौर में उन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया है।
राहुल को फिर अध्यक्ष बनाने की मांग इस तथ्य से जोड़कर देखा जा सकता है कि अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति को फैसला लेना होगा कि उनका कार्यकाल बढ़ा दिया जाए या किसी अन्य नेता को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाए। राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया था।
सोनिया गांधी ने पार्टी के राज्यसभा सदस्यों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हुई बैठक के दौरान राजस्थान के राजनीतिक संकट, कोविड-19 महामारी और लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर सरकार के कुप्रबंधन पर चर्चा की। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया, कोविड-19 महामारी से निपटने में मोदी सरकार जिस तरह से विफल साबित हुई है, हमने उस पर चर्चा की। राजस्थान के राजनीतिक संकट पर भी चर्चा हुई कि किस तरह संवैधानिक प्रावधानों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर भी बातचीत हुई। सोनिया गांधी ने बताया कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झूठ बोला कि चीन ने हमारी एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया है।