लखनऊ के बीबीडी यूनिवर्सिटी में बुधवार को साइबर सुरक्षा पर सेमिनार आयोजित हुआ। यूनिवर्सिटी की नेशनल सर्विस स्कीम यूनिट द्वारा आयोजित इस सेमिनार में स्टूडेंट्स ने साइबर क्राइम और साइबर सेफ्टी के बारे में जाना। सेमिनार यूनिवर्सिटी के कॉन्फ्रेंस हॉल में हुआ।
इस दौरान यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ. एके मित्तल, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. डॉ. प्रभास पाठक और यूनिवर्सिटी में कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के हेड प्रो. डॉ. प्रवीन कुमार शुक्ला मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रो. डॉ. एके मित्तल ने बताया कि “हमारी सारी जानकारी इंटरनेट पर मौजूद है। हमारे डाटा को कोई चोरी न करे। इसीलिए साइबर सुरक्षा की जरूरत पड़ती है। आज के समय में पूरी दुनिया में साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं। इसको रोकने के लिए साइबर सुरक्षा मजबूत करना बहुत जरूरी है।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. डॉ. प्रवीन कुमार शुक्ला ने स्टूडेंट्स को साइबर सुरक्षा के प्रकार, फायदे और महत्व बताए। साथ ही इससे जुड़े प्रमुख विषयों पर प्रकाश डाला।इस दौरान स्टूडेंट्स ने भी साइबर क्राइम को लेकर अपने कुछ सवाल रखे। जिन पर इस सेमिनार में विस्तार से चर्चा हुई। प्रो. डॉ. प्रभास पाठक ने बताया कि साइबर अटैक एक प्रकार का वर्चुअल अटैक होता है। जिस तरह किसी देश के किसी विशेष क्षेत्र को पाने के लिए कई देश लड़ाई लड़ते है। उसी तरह डिजिटल दुनिया में भी किसी फाइल को हैक करने या किसी नेटवर्क को अपने कब्जे में करने के लिए साइबर अटैक किये जाते हैं।
इस दौरान स्टूडेंट्स ने भी साइबर क्राइम को लेकर अपने कुछ सवाल रखे। जिन पर इस सेमिनार में विस्तार से चर्चा हुई। प्रो. डॉ. प्रभास पाठक ने बताया कि साइबर अटैक एक प्रकार का वर्चुअल अटैक होता है। जिस तरह किसी देश के किसी विशेष क्षेत्र को पाने के लिए कई देश लड़ाई लड़ते है। उसी तरह डिजिटल दुनिया में भी किसी फाइल को हैक करने या किसी नेटवर्क को अपने कब्जे में करने के लिए साइबर अटैक किये जाते हैं।