अपनी इच्छाएं दबाने का मतलब है

इस दुनिया में शायद ही कोई ऐसा हो जो अपनी हर इच्छा को पूरा करता है। यह संभव भी नहीं है। लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो अपनी हर इच्छा को दबाते हैं। उन्हें लगता है कि अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीना ज्यादा जरूरी है। जबकि हकीकत ये है कि हर कोई अपने हिस्से की जिंदगी जीता है। अपने हिस्से के सुख खुद को भोगता है और अपने हिस्से के दुख भी खुद ही झेलता है। ऐसे में भला क्यों अपनी छोटी-छोटी चाहतों को दबाया जाए। इसलिए अपनी इच्छाओं को दबाएं नहीं बल्कि उसे पूरा करने की कोशिश करें।
-अगर बाजार गए हैं और सबके लिए कुछ न कुछ खरीदा है, तो अपने लिए भी कुछ खरीदें। तभी आपको लगेगा कि आपने अपने लिए भी कुछ किया है। -घर में हमेशा दूसरों के पसंद का खाना बनाती हैं, मन-पसंद डिशेज खरीदती हैं, तो कभी-कभी अपने लिए भी खरीदें या बनाएं। ऐसा करके आपको भी खुशी का अहसास होगा।
-अगर आप हमेशा अपने लिए ही सबसे सस्ती चीजें खरीदती हैं, तो ऐसा न करें। इससे आपको तनाव हो सकता है। इससे आपको यह भी लगेगा कि आप अपनी इच्छाएं दबा रही हैं। ऐसा करने से बचें।
-आप अपने आपको हमेशा प्रायोरिटी में रखें। इसका मतलब यह नहीं है कि हमेशा सेल्फ सेंटडर्ड होकर ही सोचा जाए। लेकिन कभी-कभी अपनी इच्छाओं को दूसरों इच्छाओं पर ज्यादा तरजीह दें।
-घर वालों का भी माइंड सेट कर दें कि आप अकेली सेक्रिफाइस करने के लिए नहीं बनी हैं।