जंग शुरू होने से लेकर अब तक यूक्रेन को अमेरिका और पश्चिमी देशों से कई बिलियन डॉलर्स और हथियारों की मदद मिल चुकी है। अब लातविया ने भी एक अनोखे तरीके से यूक्रेन की मदद करने का फैसला किया है। एक समय सोवियत यूनियन का हिस्सा रह चुका लातविया अब ड्रिंक एंड ड्राइव यानी नशे में ड्राइव करने पर जब्त की गई गाड़ियों को चैरिटी के तौर पर यूक्रेन भेजेगा।
लातविया की भेजी गई गाड़ियों का इस्तेमाल जंग में सप्लाई के काम और डॉक्टर्स को ट्रैवल करवाने में किया जाएगा। गाड़ियां यूक्रेन भेजने की घोषणा करते हुए चैरिटी के हेड रीनिस पोजनाकस ने कहा कि यूक्रेन में ये गाड़ियां बेहतर हाथों में रहेंगी।
लातविया की तरफ से पहले बैच की गाड़ियां शुक्रवार को यूक्रेन भेजी गई। ये विनितसिया में यूक्रेन की आर्मी युनिट के एक अस्पताल और कुपियांस्क के मेडिकल एसोसिएशन को दी जाएंगी।
इसके अलावा गाड़ियों के 15 और बैच अगले हफ्ते यूक्रेन भेजे जाएंगे। लातविया के फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा कि एक बार फिर से हमने साबित किया है कि हम यूक्रेन के साथ खड़े हैं और लगतार उनका समर्थन करते रहेंगे।
जर्मन बेस्ड एक रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक लातविया यूक्रेन की मदद करने के लिए अपनी जीडीपी का काफी हिस्सा खर्च करता है। इसके पीछे मुख्य वजह ये है कि लातविया को भी डर है कि रूस भविष्य में हमला कर उस पर कब्जा कर सकता है। यूक्रेन को समर्थन देने के लिए लातविया में सोवियत एरा की कई मूर्तियों को भी तोड़ दिया गया था।
पोजनाक ने बताया कि पिछले साल शुरू हुई जंग के बाद से उनकी संस्था ने यूक्रेन की मदद के लिए कम से कम हजार गाड़ियां भेजी हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के लिए गाड़ियां डोनेट करना अब लातविया के लोगों के लिए ट्रेडिशन बन चुका है। पोजनाक ने यह भी कहा कि यूक्रेन भी जंग में डटे रहकर हमारी हिफाजत कर रहा है । हमें पता है कि यूक्रेन के बाद रूस अगला शिकार हमें ही बनाने वाला है।