समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव बाद सरकार बनने की स्थिति में कई वादे किए। उन्होंने कहा कि, ‘प्रदेश में गठबंधन की सरकार आने पर किसानों और आम आदमी को संपन्न बनाने की दिशा में काम होगा। किसानों को 15 दिन में गन्ने का भुगतान मिलेगा। सपा शासन में 300 यूनिट मुफ्त बिजली के साथ सिंचाई व्यवस्था सस्ती और बेहतर करेंगे, महिलाओं को सुरक्षा देंगे। अन्य आवश्यक सुविधाएं देकर सभी वर्ग को मजबूत बनाया जाएगा।
सपा और राष्ट्रीय लोकदल का चुनावी गठबंधन अस्तित्व में आने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह शुक्रवार को यहां पहली संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे थे। विलंब से यहां पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन सरकार बनने पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की नीतियों को सफल बनाने के लिए फसलों के सही दाम देने की दिशा में काम होगा। चौधरी चरण सिंह, बाबा टिकैत और नेता जी ने हमेशा गूंगी-बहरी सरकारों को जगाने का काम किया। हम और चौधरी जयंत मिलकर अब उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का सपना था कि किसान संपन्न बने, यह सपना पूर्ण करने के लिए किसानों को 15 दिनों में गन्ने का भुगतान करेंगे। इसके लिए किसान फसल निधि बनाने की जरूरत पड़ी तो वह भी बनाएंगे।
अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधा कि, ‘उनकी तरह किसानों को बिना बताए कोई भी कृषि संबंधी कानून नही लाएंगे। सपा सरकार में 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने के साथ सिंचाई में भी राहत देंगे। महिलाओं की सुरक्षा, पुरानी पेंशन बहाली, एंबुलेंस सुविधा, मुजफ्फरनगर में मेडिकल कालेज की सुविधा देने के लिए गठबंधन सरकार में काम करेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘किसानों की एकता ने तीनों कृषि कानून वापस कराकर अपनी ताकत दिखाई है। सपा-रालोद हमेशा किसानों के साथ थे, हैं और रहेंगे।
रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी अपने पोस्टल वोट सावधानी से दें, अफसरों पर भरोसा न करें। जिला पंचायत चुनाव में इन्हीं अधिकारियों ने सरकार के दबाव में काम किया था। जयंत चौधरी ने कहा कि वो चौधरी चरण सिंह के सपनों को साकार करने के लिए उनके अनुभव और विजन पर काम कर रहे हैं। प्रेस वार्ता के बाद अखिलेश और जयंत सपा के रथ से मेरठ के लिए रवाना हुए।