महागठबंधन में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा हो चुका है। इसके बाद अब प्रत्याशियों की सूची जारी करने किए जाने की बारी है। राष्ट्रीय दल ने अपने प्रत्याशियों पहली सूची के नाम की घोषणा शुरू कर दी हे। हालांकि, पूरी सूची की औपचारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है। पार्टी के कई नेताओं के टिकट कट गए हैं। हालांकि, बड़े नेताओं को कहीं न कहीं से एडजस्ट कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने दागियों की पत्नियों को भी टिकट दिया है। नवादा से दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता राजबल्लभ यादव तथा की पत्नी विभा देवी तथा संदेश से दुष्कर्म के आरोपित अरूण यादव की पत्नी किरण देवी को भी टिकट दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार आरजेडी ने बोधगया से सर्वजीत कुमार, रोहतास के नोखा से अनीता देवी, जमुई से विजय प्रकाश, भोजपुर के जगदीशपुर से रामविशुन लोहिया, रामगढ़ से आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर कुमार सिंह, बेलहर से रामदेव यादव, झाझा से राजेंद्र यादव, मखदुमपुर से सूबेदार दास, भोजपुर के शाहपुर से राहुल तिवारी, जहानाबाद से सुदय यादव, चकाई से सावित्री देवी, नवीनगर से डब्लू सिंह एवं बेला से सुरेंद्र यादव काे प्रत्याशी बनाया गया है। आरजेडी ने जिन लोगों को टिकट दिए हैं, उनमें नवादा से राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी तथा संदेश से दुष्कर्म के आरोपित अस्ण यादव की पत्नी किरण देवी शामिल हैं।
ओबरा विधानसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव की बेटी दिव्या प्रकाश को मुंगेर की तारापुर सीट से आरजेडी का टिकट मिल सकता है। पूर्व मंत्री विजय प्रकाश जमुई सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। मधुबनी से समीर कुमार महासेठ एवं गोह से भीम सिंह प्रत्याशी हो सकते हैं।
वैशाली की महनार या लालगंज सीट पर पूर्व सांसद रामा सिंह का दावा है। इनमें किसी एक सीट पर आरजेडी नेता विशुनदेव राय के भतीजे डॉ. मुकेश रंजन का भी दावा है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने दोनों दावेदारों को आमने-सामने बैठा कर बात की, लेकिन महनार सीट पर फंसा पेंच हल नहीं हो सका। दोनों को आज सुबह भी राबड़ी आवास बुलाया गया है।
कई नेताओं के टिकट भी कटने तय लग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भोजपुर की बड़हरा सीट से विधायक सरोज यादव का टिकट कट सकता है। वहां पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह या बीडी सिंह रेस में हैं। रोहतास के काराकाट से विधायक संजय यादव का टिकट भी कटना तय लग रहा है। उनकी सीट सीपीआइ एम-एल के पास चली गई है।