मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार के दौरान राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को अशोकनगर के शाढ़ौरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ पर करारा जवाबी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कमल नाथ यहां आते हैं और फिर मेरे लिए कहा जाता है कि मैं कुत्ता हूं। हां, कमल नाथजी सुन लीजिए, मैं कुत्ता हूं और जब कोई भ्रष्ट नीतियां लाएगा तो यह कुत्ता उस पर हमला कर देगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘कमल नाथ जी अशोक नगर में आए थे। मुझे कहा गया था कि मैं कुत्ता हूं। मैं कमल नाथ जी से बता देना चाहता हूं कि हां मैं कुत्ता हूं क्योंकि मेरा मालिक मेरी जनता है जनता… हां कमल नाथ जी मैं कुत्ता हूं क्योंकि कुत्ता अपने मालिक और अपने दाता की रक्षा करता है। हां कमल नाथ जी मैं कुत्ता हूं क्योंकि यदि कोई भी व्यक्ति मेरे मालिक को उंगली दिखाए तो और मालिक के साथ भ्रष्टाचार करे… तो यह कुत्ता काटेगा उसे… हां मैं कुत्ता हूं क्योंकि मुझे गर्व है कि मैं अपनी जनता का कुत्ता हूं।’
गौरतलब है कि शुक्रवार को अशोकनगर में आयोजित सभा में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिना नाम लिए कुत्ता शब्द का इस्तेमाल किया था। कृष्णम ने कहा था कि जिस तरह एक पिल्ले की रक्षा के लिए कुत्ता आगे आ जाता है, उसी तरह से यहां के विधायक (जजपाल सिंह जज्जी) को कार्रवाई से बचाने के लिए उनका कुत्ता (सिंधिया) आ गया था। सभा के मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी मौजूद थे। अशोकनगर विधानसभा क्षेत्र भी सिंधिया के प्रभाव वाला है और यहां भी उपचुनाव हो रहा है।
शनिवार को सिंधिया ने कमल नाथ पर जवाबी वार करते हुए कहा कि कमल नाथ विश्व स्तर के उद्योगपति हैं, मगर मध्य प्रदेश में एक भी उद्योग स्थापित नहीं किया। हां, यहां वल्लभ भवन (मंत्रालय) में जो लोकतंत्र का मंदिर है, उसमें ट्रांसफर का उद्योग जरूर शुरू कर दिया था। एक-एक अधिकारी के लिए बोली लगती थी। इसमें मिला रुपया बोरियों में वल्लभ भवन से रात को निकलता था। मैं सड़क पर उतर गया और इस भ्रष्टाचारी सरकार को धूल चटाने का काम किया। मैंने सही किया ना?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसी सभा में सिंधिया से कहा कि एक सही नेता गलत पार्टी में फंस गया था। बड़ी देर करी नंदलाला, कहां फंसे थे दुष्टन में। चेहरा आपका (सिंधिया) बताकर मुख्यमंत्री किसी और को बना दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी में भी एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी बहनों यदि कमल नाथ आ गए तो एक हजार रुपया मिलना बंद हो जाएगा, सरकार की ओर से कन्यादान की रकम मिलनी बंद हो जाएगी, तीर्थयात्रा का पैसा मिलना बंद हो जाएगा, बच्चों के लैपटॉप मिलने बंद हो जाएंगे। क्या आपको ऐसी बंदवादी सरकार चाहिए?
इस बीच प्रदेश कांग्रेस ने सिंधिया के पलटवार पर सफाई देते हुए कहा कि कमल नाथ ने कभी भी अपने भाषण में सिंधिया के लिये इस शब्द (कुत्ता) का इस्तेमाल नहीं किया है। कमलनाथ के मीडिया संयोजक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कभी भी सिंधिया या किसी दूसरे नेता के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। सिंधिया खुद को वफादार, धोखेबाज या विश्वासघात करने वाला या कुत्ता कहने के लिए आजाद हैं। मालूम हो कि इमरती देवी पर कथित अभद्र टिप्पणी के बाद से कमल नाथ भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं।
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आदर्श कुमार
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