किसी पर भी डायरेक्ट कमेंट करने में पीछे नहीं रहते सलमान खान

सलमान खान किसी पर भी डायरेक्ट कमेंट करने में पीछे नहीं रहते हैं। इसी तरह सलमान खान ने संजय लीला भंसाली से जुड़ा किस्सा शेयर किया था जिसमें उन्होंने सीधे तौर पर गुस्सा कंट्रोल करने के लिए कहा था।
सलमान खान ने डायरेक्टर सूरज बड़जात्या को बातचीत के दौरान बताया कि किस तरह संजय लीला भंसाली सेट पर गुस्से में चिल्लाते हैं और कभी-कभी सेट पर मौजूद किसी भी चीज को उठाकर फेंक देते हैं।
सलमान ने संजय लीला भंसाली को पेशेंस सीखने के लिए उन्हें डायरेक्टर सूरज बड़जात्या के साथ समय बिताने की नसीहत दी थी।
दरअसल, डायरेक्टर सूरज बड़जात्या और सलमान खान राजश्री प्रोडक्शंस से बात कर रहे थे। इस दौरान सूरज ने बताया था कि उनकी और सलमान खान की कई आदतें एक जैसी हैं और वो दोनों एक-दूसरे की ताकत और कमजोरी अच्छे से समझते हैं।

सूरज ने इतना कहा ही था की सलमान ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा- इनकी सबसे बड़ी खासियत है इनका मिजाज।
सलमान ने ये भी बताया कि उन्होंने कई बार कई डायरेक्टर्स से सूरज की तारीफ की है और उनसे सीखने के लिए कहा है।
सलमान ने कहा- सूरज से सबसे बड़ी चीज जो कोई भी सीख सकता है वो है कि आप किसी भी सिचुएशन में कूल रह सकते हैं। सूरज के साथ सेट का माहौल भी पॉजिटिव बना रहता है।
सलमान ने आगे कहा- सूरज के शांत नेचर की वजह से सेट पर सभी एक्टर्स का मूड अच्छा रहता है। पॉजिटिव माहौल में लोग बेहतर काम कर पाते हैं। भले ही शिफ्ट से लंबी खिंच रही हो या फिर लाइट चली जाए, सूरज कभी परेशान नहीं होते। वो आगे बढ़कर एक्टर्स के साथ मिलकर काम करते हैं।
सलमान ने ये तक कहा कि सूरज बड़जात्या गौतम बुद्ध की तरह शांत रहते हैं। सलमान ने कहा- सूरज ये भी समझते हैं की अगर किसी एक्टर का मूड खराब है तो वो अच्छी तरह परफॉर्म नहीं कर पाएगा। वो जानते हैं अगर एक्टर खुश है तो वो बढ़िया तरीके से काम करेगा।
इसी दौरान सलमान खान ने ये भी बताया कि संजय लीला भंसाली सेट पर काफी गुस्सा करते हैं और चिल्लाते रहते हैं। सलमान ने कहा- एक बार की बात है जब संजय लीला भंसाली किसी बात पर नाराज थे, सामान फेंक रहे थे और काफी चिल्ला रहे थे। मैंने उनसे कहा की आप सूरज बड़जात्या के साथ समय बिताया करिए..
उन्होंने मुझसे कहा कि हां मुझे खुद के गुस्से पर काबू करना नहीं आता है। फिर मैंने उनसे कहा कि किसी भी और चीज से ज्यादा जरूरी है पेशेंस रखना सीखना। ताज महल भी प्यार से बना था, मोहब्बत करते हो तब बनता है, नफरत से नहीं।
सलमान खान और सूरज बड़जात्या ने खामोशी, हम दिल दे चुके सनम और सावरिया जैसी फिल्मों में साथ काम किया है।