प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही डॉक्यूमेंट्री ‘एंग्री यंग मेन’ से हाल ही में एक खुलासा हुआ है, जिसमें दिग्गज स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान ने पुरानी यादों को ताजा किया है. उन्होंने मुंबई में अपने शुरुआती संघर्षों और सुपरस्टार सलमान खान की मां सलमा खान के साथ अपने रोमांटिक जीवन की कई अनसुनी जानकारी शेयर की है.
सलीम खान ने उस दौर को याद किया, जब वह मुंबई आए थे और मरीन ड्राइव पर मरीना गेस्ट हाउस में रहते थे. उन्होंने बताया, “मैं आधे कमरे के लिए हर महीने 55 रुपये किराया देता था.” क्टर से लेखक बने सलीम खान के सपने बहुत साधारण थे. उन्होंने कहा, “मेरी पहली इच्छा 110 रुपए में पूरा कमरा किराए पर लेने की थी, लेकिन वह इच्छा कभी पूरी नहीं हुई.” इंदौर में अपनी आरामदायक ज़िंदगी को पीछे छोड़कर सलीम को मुंबई में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
सलीम खान ने कहा,”मेरे पास कोई विकल्प नहीं था. जब मैं मुंबई के लिए निकल रहा था, तो मेरे सबसे बड़े भाई ने मुझसे कहा कि इसकी जरूरत नहीं है, तुम भागकर वापस आ जाओगे. इंदौर में हमारी जिंदगी आरामदायक थी, लेकिन मैं घर से पैसे नहीं मांगना चाहता था, इसलिए मैंने संघर्ष किया.” मुश्किलों के इन शुरुआती दिनों में सलीम खान की मुलाकात सलमा खान से हुई, जो उस समय सिर्फ़ 17 साल की थीं.
सलीम खान उस समय सलीम, 24 साल के थे और अक्सर उन्हें अपनी बालकनी से देखते थे, क्योंकि वह माहिम में रेजी हाउस बिल्डिंग के पास ही रहती थीं. सलीम याद करते हुए कहते हैं, “इसकी शुरुआत हमारी नजरों से हुई. एक-दूसरे से आंखें टकराती थी. हम शाम को पास की गलियों में मिलते थे.”
जैसे-जैसे सलीम खान और सलमान खान का रिलेशनशिप परवान चढ़ गया. वैसे-वैसे सलमा की फैमिली ने उन पर सलीम या अपनी पसंद के किसी व्यक्ति से शादी करने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया. आखिरकार 1964 में दोनों ने शादी कर ली और 1965 में उनके पहले बच्चे सलमान खान का जन्म हुआ
सलीम खान ने इस दौरान हुई आर्थिक कठिनाइयों के बारे में भी बताया. सलीम ने कहा, “थोड़े पैसे या नौकरी की चिंता तो होती ही है- कि क्या होगा कैसे होगा? मुझे पैसे की जरूरत थी, इसलिए मैंने कुछ भी स्वीकार कर लिया. मैंने सिगरेट के एडवरटीजमेंट किए, कपड़ों के एडवरटीजमेंट किए, जो भी मेरे सामने आया, मैंने किया.”
सलीम खान ने एक्टिंग में अपने शुरुआती संघर्षों के बावजूद, महसूस किया कि उनका असली काम पर्दे के पीछे था. उन्होंने कहा, “मैं दिलीप कुमार या अमिताभ बच्चन जैसे एक्टर को एक कैरेक्टर समझा सकता था, लेकिन मैं खुद परफॉर्मेंस नहीं कर सकता था. मेरे पास नरैशन और कॉन्सेप्ट की कला थी, लेकिन मेरे पास प्रोजेक्शन की कला नहीं थी.” आखिरकार, सलीम खान ने एक्टिंग छोड़ने का फैसला किया. उन्हें महसूस होने लगा था कि इसमें वह टॉप पर नहीं पहुंच पाएंगे. इसलिए उन्होंने स्क्रिप्ट राइटिंग में भी हाथ आजमाने का फैसला किया.