रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किमजोंग उन से बुधवार को व्लोदिवोस्तोक में मुलाकात की थी। दोनों नेता यहां एक-दूसरे से बड़ी गर्मजोशी के साथ मिले थे। दोनों के बीच 40 सैकेंड का हैंडशेक किया था मुलाकात के बाद किम जोंग उन और पुतिन ने एक-दूसरे को राइफल्स गिफ्ट की। पुतिन ने किम जोंग उन को स्पेस में पहना जाने वाला दस्ताना भी गिफ्ट किया है।
इसे रूस के अंतरिक्ष यात्री ने स्पेस विजिट के दौरान पहना था। इसकी जानकारी क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने दी है। उन्होंने बताया कि किम जोंग उन ने नॉर्थ कोरिया में बनी कई चीजें पुतिन को गिफ्ट की इसमें एक गन भी शामिल है। दरअसल, पुतिन को आउटडोर एक्टिविटीज का काफी शौक है। पिछले दिनों उनके कई फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिनमें वो जंगलों में राइफल्स लिए दिखाई दे रहे हैं।
तानाशाह किम जोंग उन ने रूस की उस फाइटर जेट फैक्टरी का निरीक्षण किया है जिस पर पश्चिमी देशों ने पाबंदियां लगाई थी। इस दौरान उनके साथ नॉर्थ कोरिया के सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। किम ने उन वर्कशॉप का जायजा लिया, जिनमें सुखोई फाइटर जेट बनाए जाते हैं। रूसी पायलट्स ने उन्हें फाइटर जेट्स के कॉकपिट से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी।
तानाशाह किम जोंग उन ने पुतिन को नॉर्थ कोरिया आने का न्योता दिया है, जिसे रूस ने स्वीकार किया है। इससे पहले पुतिन 2000 में नॉर्थ कोरिया गए थे। तब उन्होंने किम जोंग उन के बीमार पिता किम जोंग इल का हालचाल जाना था।
अगर पुतिन इसी साल नॉर्थ कोरिया जाएंगे तो ये 23 साल बाद उनकी नॉर्थ कोरिया की विजिट होगी। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पुतिन की विजिट से पहले अक्टूबर में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव नॉर्थ कोरिया का दौरा करेंगे। वो पुतिन की यात्रा की तैयारियां का जायजा भी लेंगे।
पुतिन ने किम जोंग उन से मुलाकात के बाद एक रूसी मुहावरे का हवाला देते हुए कहा- एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर होता है। दरअसल, कोरियाई युद्ध के समय से सोवियत यूनियन और नॉर्थ कोरिया के बीच अच्छे संबंध रहे हैं। जंग के दौरान सोवियत यूनियन ने नॉर्थ कोरिया का समर्थन किया था।
विदेश मामलों के जानकार और साउथ कोरिया में सांसद रहे चुके किम जोंग डे का कहना है कि ये रूस-नॉर्थ कोरिया की दोस्ती का दूसरा चैप्टर शुरू हो चुका है। अब नॉर्थ कोरिया यूक्रेन में जंग लड़ने में रूस का साथ देगा। रूस पहले ही नॉर्थ कोरिया के शेल्स को जंग के मैदान में टेस्ट कर देख चुका है। अब वो उनका इस्तेमाल बढ़ाने के लिए तैयार है।