यूक्रेन के खार्किव में रूस ने लड़ाई तेज कर दी, पढ़िए रिपोर्ट

जंग के बीच रूस ने यूक्रेन के खार्किव में लड़ाई तेज कर दी है। शुक्रवार (10 मई) को रूस की सेना खार्किव में एक किलोमीटर तक अंदर घुस गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने खुद इस बात की पुष्टि की है।
उन्होंने सेना को आदेश दिया है कि खार्किव से लोगों को बाहर निकाला जाए। साथ ही उन्होंने सभी रिजर्व सैनिकों को वापस बुला लिया है, ताकि इन्हें खार्किव में तैनात किया जा सके। खार्किव रूस की सेना के लिए इसलिए अहम है क्योंकि 2022 में सेना को यहां हार का सामना करना पड़ा था।
इससे पहले 9 मई को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना को जंग में ऑपरेशन तेज करने और परमाणु हथियारों से हमले की रिहर्सल करने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद रूस के सैनिकों ने जंग में अपना दायरा बढ़ा दिया।
यह हमला ऐसे समय में हो रहा जब यूक्रेनी सेना ने पास गोला-बारूद की कमी है, इसके बावजूद यूक्रेनी सेना ने खार्किव ​​​​​​​के लोगों को विश्वास दिलाया कि सेना उनकी रक्षा के लिए तैनात है। यूक्रेन ने अपने सभी रिजर्व सैनिकों खार्किव भेजना शुरू कर दिया है। इसकी जानकारी यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने एक पोस्ट में दी।
2022 में खार्किव में मिली हार के बाद रूस का प्लान है की वो हर हाल में खार्किव पर जीत हासिल करे। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रूस अपने हाईटेक टैंक, एयर मिसाइल और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। 10 मई की सुबह से हवाई हमले तेज हो गए हैं।
खार्किव में घुसने के लिए रूस की सेना ने एक बफर जोन बनाया, जिसके अनुसार सेना आगे बढ़ रही है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि खार्किव में उनकी सेना रूसी सेना को बड़ी टक्कर दे रही है। उन्होंने कहा कि वहां स्पेशल ब्रिगेड और हाईटेक मिसाइल भी तैनात कर दी गई हैं।
24 फरवरी 2024 को दो साल पूरे रूस-यूक्रेन जंग को हो गए थे। 2 साल पहले इसी दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ​ने यूक्रेन पर हमला किया था। पुतिन ने उस समय इसे मिलिट्री ऑपरेशन बताया था। इस हमले में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा है। ये लोग अब अन्य देशों में रिफ्यूजी की तरह रह रहे हैं। 65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं।
यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन का दावा है कि रूस 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है। इस बीच अमेरिका ने रूस की 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए था। इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे।