मारीपोल में हथियार डालने की दूसरी समय सीमा में भी बुधवार को कुछ नहीं हुआ। अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री से लड़ रहे यूक्रेनी सैनिक और लड़ाके हथियार डालने को तैयार नहीं हुए। फैक्ट्री घेरे रूसी सेना इन सैनिकों और लड़ाकों को समर्पण करो या मरो, का संदेश दे चुकी है लेकिन ये हथियार डालने को तैयार नहीं। फैक्ट्री परिसर में कई हजार नागरिक भी हैं।
पूर्वी यूक्रेन में तेज हुए रूसी हमलों से मुकाबले के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा ने यूक्रेन को हथियारों की अतिरिक्त मदद का भरोसा दिया है। अमेरिकी सरकार ने चंद रोज में नई सैन्य सहायता का एलान करने का संकेत दिया है। रूसी टैंकों और तोपों ने एक दिन में एक हजार से ज्यादा गोले दागे हैं।
एपी के अनुसार यूक्रेन के विभिन्न शहरों में पिछले 24 घंटों में रूसी सेना ने 1,053 गोले दागे हैं जबकि 73 हवाई हमले किए हैं। लेकिन मुख्य निशाना पूर्वी यूक्रेन का डोनेस्क और लुहांस्क इलाका ही रहा। मिसाइल हमले इसके अतिरिक्त हैं। यूक्रेन सरकार मारीपोल में फंसे महिलाओं, बच्चों और अन्य को निकालकर उन्हें जपोरीजिया पहुंचाने के प्रयास में है। लेकिन इस निकासी पर रूसी सेना की अपनी शर्ते है
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि घायल सैनिकों और लड़ाकों को समर्पण की शर्त पर सुविधाएं दी जाएंगी। उन्हें समर्पण करने पर ही दवाएं और चिकित्सा सुविधाएं दी जाएंगी। विदित हो कि मारीपोल के लगभग 12 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री में मौजूद करीब ढाई हजार सैनिक और लड़ाके सुरंगों के रास्तों से रूसी सेना से जूझ रहे हैं। यहां पर कई हजार नागरिकों के होने की भी खबर है। मारीपोल के इस इलाके में रूसी सेना को कड़ा विरोध झेलना पड़ रहा है, बाकी जगहों पर उसका कब्जा हो गया है।
रूसी सेना से जूझ रही अजोव रेजीमेंट के डिप्टी कमांडर मेजर सेरही वोलीना का कहना है कि रूसी सेना फैक्ट्री परिसर में भारी बमबारी कर रही है। उसने वहां के अस्पताल को भी निशाना बनाया है। इस अस्पताल में करीब 300 घायल मरीज और नागरिक हैं। इनका सीमित सुविधाओं से इलाज हो रहा है। इस कमांडर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पोप फ्रांसिस से जान बचाने की गुहार लगाई है। कहा है कि अब फैक्ट्री में मौजूद लोगों के पास कुछ दिन या कुछ घंटे ही बचे हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना सबसे बर्बर तरीके से युद्ध कर रही है। वह अपनी जीतने के लिए हर तरीका अपना रही है, निर्दोष नागरिकों को मार रही है और जनसुविधाओं को निशाना बना रही है। मारीपोल में सबसे ज्यादा बर्बादी हुई है। वहां पर स्टील फैक्ट्री से प्रतिरोध खत्म करने के लिए रूसी सेना बंकर-बस्टर बम का इस्तेमाल कर रही है। जबकि रूस का दावा है कि वह यूक्रेन की सैन्य क्षमता को खत्म कर रहा है। इस बीच यूरोपीय यूनियन के राष्ट्रपति चार्ल्स मिशेल ने कीव पहुंचकर राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की और यूक्रेन के साथ लड़ाई में साथ होने का भरोसा दिया।