पाकिस्तान (Pakistan) में ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ (EVM) पर बवाल खड़ा हो गया है. विपक्ष का कहना है कि ये सरकार का वोट चुराने के लिए एक नया तरीका है. भारत में EVM को लेकर हुए बवाल के बाद अब पड़ोसी मुल्क में भी इस पर बखेड़ा खड़ा हो गया है. PML-N नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी (Shahid Khaqan Abbasi) ने कहा कि सरकार EVM को लेकर चर्चा कर रही है, जिसके जरिए चुनावों में धांधली करने का एक और तरीका तैयार किया जा रहा है.
संवाददाताओं से बात करते हुए अब्बासी ने पूछा, अगर कोई मशीन लेकर जाता है और इसमें जमा डाटा को गायब कर देता है तो हम क्या करेंगे? उन्होंने कहा, ऐसा करने वाले वो लोग हैं, जो चुनावों में धांधली करने में शामिल रहे हैं. पाकिस्तान के इतिहास में अब तक के सबसे विवादित चुनाव के जरिए उन्होंने सत्ता हासिल की है. अब्बासी ने कहा, ये ऐसा है जैसे कोई भेड़िया भेड़ का ख्याल रख रहा हो. PML-N नेता का इशारा वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की तरफ था.
इमरान के स्पीकर को लिखे पत्र पर की उनकी आलोचना
अब्बासी ने इमरान द्वारा नेशनल असेंबली के स्पीकर असर कैसर को लिखे गए पत्र को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की. इस पत्र में इमरान ने स्पीकर को जोर देते हुए कहा कि वह एक संसदीय कमिटी का गठन करें. इसमें इमरान ने कहा कि उन्हें दुख है कि हाल के सीनेट चुनाव में भ्रष्ट कार्यों को किया गया और सांसदों को घूस दी गई. इमरान की तरफ इशारा करते हुए अब्बासी ने कहा, जो लोग संसद का शिष्टाचार नहीं जानते हैं और न ही इसके सत्र में शामिल होते हैं, वे स्पीकर को पत्र लिख रहे हैं.
इमरान की ओर इशारा कर कहा- चुनावी प्रक्रिया को किया गया नष्ट
पूर्व पीएम ने इस पत्र की तुलना दो अज्ञानी लोगों के बीच लिखे गए पत्र से की, जिसमें प्रमुख मुद्दे को लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है. इमरान की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, असेंबली के सभी सदस्य एक-दूसरे को पत्र लिख कर कह रहे हैं कि चुनावी प्रक्रिया बर्बाद कर दी गई है. ये प्रक्रिया हमेशा से ही मौजूद रही है. बस आपको देखना है कि किसने इस प्रक्रिया को नष्ट किया है. आपको देखना है कि किसने दस्का में अधिकारियों को अगवा करवाया और वोटों को गबन किया. आपको उन लोगों को पकड़ना चाहिए, जिन्होंने सीनेट में कैमरे लगवाएं.