लखनऊ में रिटायर आईएएस अधिकारी पीएन द्विवेदी के इंजीनियर बेटे ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को बाथरुम में गोली मार ली। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर परिजन बाथरुम में पहुंचे तो वहां पर वह खून से लथपथ पड़ा था। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
रिटायर आईएएस अधिकारी प्रेम नारायण द्विवेदी विकासनगर सेक्टर तीन में रहते हैं। 2016 में आईएएस के पद से रिटायर हुए थे। उनका इकलौता बेटा पीयूष द्विवेदी (41) फ्रांस में परिवार के साथ रहता था। कोरोना काल से वह यहीं रह रहा था। जबकि उसकी पत्नी व बेटियां फ्रांस में रहती हैं। पीयूष की मां गिरजा देवी का निधन हो चुका है।
बुधवार सुबह करीब पांच बजे प्रेम नारायण मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। घर पर पीयूष, उसकी दादी रमाकांती व चचेरा भाई हिमांशु था। अचानक से गोली चलने की आवाज आई। हिमांशु और रमाकांती पीयूष के कमरे में पहुंचे। कमरे में सटे बाथरुम में पीयूष का खून से सना शव पड़ा मिला। कनपटी पर गोली लगी थी और ख़ून बह रहा था। पुलिस ने बताया कि मामले की तफ्तीश की जा रही है। तहरीर मिलने पर आरोपों के आधार पर कार्रवाई होगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि गोली आर-पार हो गईं है।
बताया जा रहा है कि पीयूष काफ़ी अरसे से पत्नी स्वाति व दो बेटियों के साथ फ्रांस में रहता था। वह एक निजी कंपनी में इंजीनियर था। स्वाति भी एक कंपनी में कार्यरत हैं। मां के निधन पर वह आया था, फिर वह वापस नहीं जा सका।
रिटायर आईएएस अधिकारी प्रेम नारायण द्विवेदी की पत्नी गिरिजा की कैंसर की बीमारी से करीब एक वर्ष पहले मौत हो गई थी। एक साल के भीतर बेटे की मौत से वह पूरी तरह से टूट गए। बेटे का शव देख वह बेसुध हो गए। परिवार में दो बेटियां हैं।
विकासनगर इंस्पेक्टर ने बताया कि परिजनों से मामले में बातचीत कर जानकारी जुटाई गई है। आशंका है कि पारिवारिक कलह की वजह से पीयूष ने ये कदम उठाया। मामले की जांच जारी है। चूंकि कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, लिहाजा वजह एकदम से साफ नहीं हो सकी। पीयूष का मोबाइल भी कब्जे में लिया है। जिससे खुदकुशी करने की वजह का खुलासा हो सकता है।