इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार ने कहा है कि देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सपना सच होने वाला क्षण था। यह हर खिलाड़ी का सपना होता है। मुझ पर क्रीज पर जाते हुए कोई दबाव नहीं था, क्योंकि मैंने डोमेस्टिक क्रिकेट में काफी मैच खेले हैं और मैं बीती रात अच्छी तरह सोया। यह मेरे लिए सामान्य दिन था।
विशाखापत्तनम में जारी टेस्ट के पहले दिन 30 साल के पाटीदार ने भारत की पहली पारी में 72 बॉल पर 32 रनों का योगदान दिया। उन्हें रेहान अहमद ने बोल्ड किया। अपनी पारी पर इस बल्लेबाज ने कहा- मेरी पारी अच्छी थी, लेकिन मुझे इसे बड़ा करना होगा।
मध्य प्रदेश के लिए साल-2015 में फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले रजत को मैच से एक दिन पहले ही अंतिम एकादश में खुद के शामिल होने के बारे में पता चला। तब वे इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अनऑफिशियल टेस्ट में इंडिया ए का हिस्सा थे।
दबाव के सवाल पर उन्होंने कहा- ‘मैं ए स्तर (न्यूजीलैंड और इंग्लैंड) की दो सीरीज खेल चुका हूं। जब आप उस स्तर पर खेलते हो, तो आपका आत्मविश्ववास बढ़ता है। हाल में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ खेलकर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा, जिसके खिलाफ 2 शतक मेरे लिए काफी अहम रहे।’
टेस्ट पदार्पण के लिए लंबे इंतजार पर रजत ने कहा- ‘भारतीय क्रिकेट में इतना लंबा इंतजार सामान्य है। काफी खिलाड़ी हैं] तो मैं सिर्फ उन चीजों पर ध्यान लगा रहा था जो मेरे हाथों में है। इसलिए 30 साल की उम्र में पदार्पण कर रहा हूं, लेकिन यह अच्छा अहसास है।’
पाटीदार ने यशस्वी जायसवाल की नाबाद 179 रन की पारी की प्रशंसा करते हुए कहा- ‘हम लंबे समय तक खेलने के बारे में बात कर रहे थे। यशस्वी काफी अच्छा खिलाड़ी है, वह जिस तरह गेंदबाजों को धुनता है, वह काबिलेतारीफ है।’