राजपाल यादव ने 19 जून को इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे कर लिए। इस मौके पर एक्टर ने मीडिया से अपने करियर और यादगार किरदारों के बारे में बात की। इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने वो किस्सा याद किया, जब स्क्रीन पर उन्हें पिटता देख उनकी मां डर गई थीं। उन्होंने टीवी सीरियल देखने से इनकार कर दिया था, जिसमें उनके बेटे को मार पड़ी है। एक्टर ने बताया कि उनके पेरेंट्स हमेशा से फिल्म इंडस्ट्री से अनजान रहे हैं,इसलिए उन्हें कॉमेडी सीन्स में पिटता देख वो डर जाते थे।
राजपाल ने बताया कि 1999 में दूरदर्शन टेलीविजन शो, ‘मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल’ के एक सीन में उन्हें थप्पड़ पड़ा था। यह देखकर उनकी मां घबराकर चिल्लाने लगी थीं। इस प्रकाश झा के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में राजपाल ने लीड रोल निभाया था। इस घटना का जिक्र करते हुए राजपाल ने कहा- यह बात उस समय की है, जब मैंने फिल्मों में अपनी शुरुआत भी नहीं की थी। मैं मुंबई में दो साल रहा था और शो में काम कर था। वह डीडी 1 पर प्रसारित होता था।
राजपाल ने आगे कहा- ‘उस समय टीवी पर एक वही एकमात्र चैनल हुआ करता था। मेरे गांव के लोग मुझे शो में देखने के लिए इकट्ठा हुए थे। शो का एक सीन था.. मैं दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में शाहरुख खान और अमरीश पुरी के बीच आखिरी सीन का सपना देख रहा था, जहां शाहरुख की पिटाई हो जाती है। मैं सपने में शाहरुख का किरदार निभा रहा था, इसलिए मेरे बॉस मिस्टर सेठी ने सीन में मुझे कई बार थप्पड़ मारे। सीन में मुझे पिटता देखकर मेरी मां घबरा गई और चिल्लाते हुए वहां से चली गईं। बाद में मैंने उन्हें समझाया कि यह सिर्फ एक्टिंग थी और ये सभी ट्रेंड एक्टर हैं।’
एक्टर ने फिल्म हंगामा के बारे में बात करते हुए बताया कि वो अपनी मां को कभी मुंबई नहीं ला सके, क्योंकि वो ट्रैवल नहीं कर सकती थीं। इसलिए उन्होंने मां को घर पर ही फिल्म दिखाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा- मेरे परिवार वालों ने घर हंगामा देखी था। मेरी मां ने भी इस फिल्म को देखा। मैंने उनसे कॉल पर पूछा कि क्या आपने फिल्म देखा। उन्होंने मुझे सिर्फ यही कहा- ‘कितना पीटते हैं लोग तुझे’ बॉलीवुड हंगामा का दिए इंटरव्यू में एक्टर ने बताया था कि उन्हें फिल्मों में मार खाता देख, मां ने उनकी फिल्में देखना बंद कर दिया था।
राजपाल ने आगे कहा- ‘मेरे माता-पिता का सिनेमा से वास्ता नहीं है। वो उन तकनीकों को नहीं जानते हैं, जिनका हम कैमरे के पीछे इस्तेमाल करते हैं। मुझे उन्हें समझाना पड़ा कि लोग अक्सर राइटर्स से ऐसे सीन लिखने को कहते हैं, जिसे देखकर दर्शकों को हंसी आए। दर्शकों को हंसाने के लिए मुझे थप्पड़ खाना पड़ता है, ताकि शो या फिल्म हिट हो जाए। बहुत समझाने के बाद मैं उन्हें मना पाया। मेरे माता-पिता अभी भी नहीं जानते हैं कि मैं असल में क्या करता हूं।’