कभी शाहिद के प्यार में पागल थीं राजकुमार की बेटी

शाहिद कपूर की तगड़ी फैन फॉलोइंग है। एक बार फैंस की यही दीवानगी उन्हें परेशान करने लगी थी। दरअसल, एक बार फैन ने शाहिद का कई दिनों तक पीछा किया था। वो फैन कोई साधारण लड़की नहीं बल्कि बॉलीवुड के एक लीजेंड्री एक्टर राजकुमार की बेटी वास्तविकता पंडित थीं।
वास्तविकता, शाहिद को पसंद करती थीं। वो इस कदर उनके लिए जुनूनी थीं कि वो शाहिद को अपना पति बताती थीं। उनका यही पागलपन उन पर भारी पड़ा गया था। उनसे परेशान होकर शाहिद ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
कोरियोग्राफर श्यामक डाबर के डांस क्लास में वास्तविकता की मुलाकात शाहिद से हुई थी। डांस क्लास में दोनों ने साथ में एडमिशन लिया था। वक्त के साथ वास्तविकता , शाहिद को पसंद करने लगी थीं। हालांकि शाहिद के मन में उनके लिए कोई भी भावना नहीं थी। कुछ समय बाद वास्तविकता उन्हें लेकर बहुत जुनूनी हो गईं। उन्होंने शाहिद का पीछा करना शुरू कर दिया।
वास्तविकता की इस हरकत से शाहिद बहुत परेशान हो गए थे। पीछा करने की वजह से उन्होंने 2012 में वास्तविकता के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि वास्तविकता कथित तौर पर फिल्म के सेट पर भी उनका पीछा करती थीं। उनकी वजह से शाहिद को कहीं आने-जाने में भी परेशानी होती थी।
एक बार वो शाहिद के कार की बोनट पर ही बैठ गई थीं। वो सिर्फ ऐसा कर इसलिए कर रही थीं, ताकि लगे कि वो शाहिद की सबसे बड़ी फैन हैं।
यह मामला तब बढ़ गया था, जब वास्तविकता, शाहिद के पड़ोसी घर में आकर रहने लगीं। यहां तक की वो लोगों को ये बताने लगीं कि वो शाहिद की पत्नी हैं। चीजें इतनी खराब हो गई कि शाहिद को उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी।
वास्तविकता लीजेंड्री एक्टर राजकुमार की बेटी हैं। पिता के नक्शे कदम पर चल उन्होंने भी फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई थी। हालांकि पिता के जैसे वो सफल नहीं हुईं। 1966 में उन्होंने एक्टिंग डेब्यू किया था। इसके बाद लॉरेंस डिसूजा ने उन्हें 2000 की फिल्म दिल भी क्या चीज में कास्ट किया था। मगर डायरेक्टर को उनका काम पसंद नहीं आया और फिल्म से उन्हें रिप्लेस कर दिया गया।
कई रिपोर्ट्स का दावा था कि राज कुमार नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी फिल्मों में काम करें। दरअसल, राज कुमार शुरुआत से ही अपने बच्चों को लेकर काफी प्रोटेक्टिव थे। फिल्म के किसी इवेंट या प्रीमियर में भी वो बच्चों को साथ नहीं ले जाते थे। सिर्फ एक बार वो वास्तविकता को फिल्म बाल ब्रहमचारी के प्रीमियर में ले गए थे।