फिल्म गांधी गोडसे एक युद्ध के डायरेक्टर राजकुमार संतोषी ने मुंबई के जॉइंट कमिश्नर को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी मिल रही है। धमकी देने वालों का कहना है कि अगर उन्होंने अपनी फिल्म गांधी गोडसे एक युद्ध की रिलीज नहीं रोकी तो उन्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा।
अभी दो दिन पहले फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने राजकुमार संतोषी को काले झंडे दिखाए थे। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि गांधी गोडसे एक युद्ध के जरिए गांधी जी को नीचा दिखाया गया है जबकि उनकी हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया गया है।राजकुमार संतोषी ने पत्र में लिखा, ‘मुझे कई माध्यमों से जान से मारने की धमकी मिल रही है। धमकी देने वाले मेरी फिल्म की रिलीज को रोकना चाहते हैं। उनका कहना है कि अगर मैंने अपनी फिल्म की रिलीज नहीं रोकी तो मेरे साथ बहुत बुरा हो जाएगा।
अभी दो दिन पहले मुंबई में फिल्म से जुड़े से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ लोगों ने दखलअंदाजी की थी और हिंसक होने का प्रयास किया था। मुझे आशंका है कि अगर ऐसे लोग फ्री में घूमते रहे तो वो मुझे या मेरे परिवार के किसी सदस्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
राजकुमार संतोषी ने कमिश्नर के नाम अपने पत्र में आगे लिखा,’मैं चाहता हूं कि इस मामले में गंभीरता से विचार किया जाए। मेरी जान के खतरे को देखते हुए मुझे और मेरे परिवार को उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।’
20 जनवरी को मुम्बई के एक थिएटर में फिल्म ‘गांधी गोडसे एक युद्ध से जुड़ी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा हो गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया में बैठे कुछ अज्ञात लोग उठे और फिल्म का विरोध करने लगे। उन्होंने काले झंडे दिखाते हुए जोर-जोर से गांधी ज़िंदाबाद’ के नारे लगाए।
विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि फिल्म में महात्मा गांधी को नीचा दिखाया गया है जबकि उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया गया है इसलिए इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब ये बवाल हुआ तो फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार संतोषी भी वही मौजूद थे।
मुम्बई के अंधेरी इलाके में स्थित एक मिनी थिएटर में फिल्म की कुछ अनदेखे फुटेज और डायलॉग्स की स्क्रीनिंग रखी गई थी। इसी दौरान ये बवाल हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस भी फौरन मौके पर पहुंच गई और उन्होंने स्थिति को अपने नियंत्रण में ले लिया।
जब ये बवाल हुआ, उस समय स्टेज पर डायरेक्टर राजकुमार संतोषी, एक्टर दीपक अंतानी और फिल्म के एसोसिएट प्रोड्यूसर ललित श्याम टेकचंदानी भी वही मौजूद थे।
राजकुमार संतोषी का कहना है कि उन्होंने किसी को नीचा दिखाने के लिए ये फिल्म नहीं बनाई है। उन्होंने कहा है कि ना तो किसी को ग्लोरिफाई करने के लिए फिल्म बनाई है और ना ही किसी को नीचा दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने फिल्म के माध्यम से गांधी के साथ साथ नाथूराम गोडसे को भी एक मंच प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि जब लोग सिनेमाघरों में जाकर यह फिल्म देखेंगे तो उन्हें समझ आएगा कि इस फिल्म के माध्यम से उन्होंने क्या कुछ कहने की कोशिश की है और इस तरह से उनकी फिल्म का विरोध करना सही नहीं है।
गौरतलब है कि ‘गांधी गोडसे एक युद्ध की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचने से पहले एक अज्ञात शख्स ने राजकुमार संतोषी पर हमला कर उन्हें शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की। इस बारे में जब राजकुमार संतोषी से पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और वो वहां से चले गए।
गांधी गोडसे एक युद्ध 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर देशभर के थिएटर्स में रिलीज़ की जाएगी। फिल्म में दीपक अंतानी ने महात्मा गांधी की भूमिका निभाई है तो वहीं चिन्मय मांडलेकर ने नाथूराम गोडसे का रोल निभाया है। फिल्म में राजकुमार संतोषी की बेटी तनिशा संतोषी और अनुज सक्सेना भी अहम रोल में दिखाई देंगे।