फिल्मों और होली का रिश्ता 90 सालों पुराना है। 1932 में पहली बार फिल्म गुलरू जरीना में होली थीम का ब्लैक एंड व्हाइट गाना ‘होरी मुझे खेलने को टेसू मंगा दे..’ दिखाया गया। हालांकि, इसे पॉपुलैरिटी नहीं मिली। अगली बार महबूब खान ने फिल्म औरत (1940) में होली की खूबसूरती दिखाते हुए दो गाने डाले। रंगों वाली होली दिखी तो जरुर लेकिन ब्लैक एंड व्हाइट एरा में रंग नहीं दिखे।
पहली होली भले ही ब्लैक एंड व्हाइट थी, लेकिन जब रंगीन फिल्मों का दौर आया तब भी पर्दे पर रंगीन होली दिखाने का क्रेडिट भी महबूब खान की फिल्म आन (1952) को मिला। होली के गानों और सेलेब्स का होली मनाने का तरीका दोनों की कई कहानियां हैं। बॉलीवुड के शो-मैन कहे जाने वाले राज कपूर बड़े पैमाने पर होली मनाते थे। राज कपूर अपनी पार्टी में किन्नरों को बुलाते थे। उन्हें अपनी आने वाली फिल्म के गाने सुनाया करते थे। अगर किन्नरों को कोई गाना पसंद ना आए तो उसे फिल्म में नहीं रखते थे।
अमिताभ बच्चन की होली पार्टी में मेहमानों के रंग से भरे पूल में फेंका जाता था। भांग पिलाई जाती थी और जमकर नाच-गाना होता था। एक समय जब अमिताभ का करियर कठिन दौर से गुजर रहा था तो एक होली गीत ने ही उन्हें फिल्म दिलाई थी।