सौरभ यादव -तिल्दा नेवर :- ब्लाँक के ग्राम पंचायत सिरवे में स्थित 10 हेक्टेयर में नीम की पेड़ो की नर्सरी वन विभाग द्वारा लगाया गया है जो की पेड़ों की देख भाल कर पानी की समय समय पर सिचीत किया गया एवंम पेड़ो की सुरक्षा के चलते नर्सरी को तार घेरा से सुरक्षित किया था।उसके उंपरात वन विभाग द्वारा नीम के पेड़ बनने के बाद नर्सरी को पॉच साल के बाद पंचायत को हैंड ओवर किया गया है। क्योकी राजस्व की भूर्मी पर ही पंचायत के दायरे में लगा रहता है। उसके पशच्चात पेड़ो की सुरक्षा पंचायत द्वारा किया जा रहा था। नर्सरी से ही बिजली खम्भा गया हुआ है।जो की विद्युत विभाग द्वारा तार की एवंम ईमारती निम की पेड़ो की सुरक्षा के लिए जहां से विद्युत तार कनेक्शन गया है।वहां पर पेड़ो की शाखा की कटाई छटाई का कार्य विद्युत विभाग द्वारा किया गया है। ताकि पेड़ो को छति ना पंहुचे। क्योंकि पेड़ो की नर्सरी से तार ऊपर से गया है लाइन के नीचे आने वाले पेड़ो का छटाई किया जाता है ताकि आंधी तुफान मे पेड़ के शाखाएं तारो से ना टकराए और बड़़ी दुर्धटना ना हो इस कारण पेड़ो की कटाई एंवम छटाई का कार्य पेड़ के बड़े होने पर किया जाता हैं। इस सबंध में हमारे प्रतिनिधी द्वारा तिल्दा नेवरा वन विभाग के डिप्टी रेजंर दिपक तिवारी जी से कॉल करके वर्तालाप करने पर उन्होने बताया की पाँच साल बाद नीम की नर्सरी को पंचायत के सुपुर्द कर दिया गया है। और विदयुत तार कनेक्शन होने के वजह से एंवम पेंड के बड़े होने के कारण समय समय पर कटाई एवंम छ्टाई का कार्य विद्युत विभाग द्वारा किया जाता है। ताकि तार के सम्पर्क में पेड़ ना आये और पेड़ो को छति ना पहुंचे समय समय पर वन विभाग एवंम पंचायत द्वारा नर्सरी में लगे नींम के पेड़ो की देख रेख के लिए कर्मचारी को भी भेजा जाता है। ग्राम पंचायत के सरपंच विद्या अनिल वर्मा से सम्पर्क करने पर बताया की वृक्षो की सुरक्षा व देख रेख के लिए मुनीयादी भी पंचायत द्वारा कराया गया और जो भी आरोप हैं वे निराधार हैं।