सौरभ यादव / तिल्दा – नेवरा :- छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनी में कई पीडि़तों को लुभावनी स्कीम का झांसा देकर कंपनी में लाखों रुपये निवेश कराने वाले छह आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना नेवरा क्षेत्र के तिल्दा गांव स्थित एक मकान में एनआइसीएल नामक चिटफंड कंपनी का कार्यालय खोला गया था।मामला वर्ष 2017 का है। इन आरोपितों के खिलाफ देश के कई राज्यों के जिलों में ठगी के कई प्रकरण दर्ज हैं। सभी आरोपित वर्तमान में सीबीआइ भुवनेश्वर ओडिशा में दर्ज ठगी के प्रकरण में भुवनेश्वर जेल में निरूद्ध थे। आरोपितों को भुवनेश्वर (ओडिशा) जेल से प्रोटक्शन वारंट में रायपुर लाया गया है।
जानकारी के मुताबिक प्रार्थी कुलेश्वर प्रसाद साहू समेत कई अन्य पीडि़तों ने वर्ष 2017 में थाना नेवरा में रिपोर्ट दर्ज कराया गया था! दर्ज रिपोर्ट में उल्लेखित है कि थाना नेवरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम तिल्दा स्थित एक मकान में एनआइसीएल नामक चिटफंड कंपनी का कार्यालय था, जिसके मैनेजरों और डायरेक्टरों द्वारा पीडि़तों को लुभावनी स्कीम का झांसा देकर कंपनी में लाखों रुपये निवेश कराकर आरोपितों ने पीडि़तों को रकम वापस न कर चिटफंड कंपनी को बंद कर रकम लेकर फरार हो गए थे। इस पर आरोपितों के खिलाफ थाना नेवरा में अपराध पंजीबद्ध किया गया था।वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नेवरा पुलिस की टीम लगातार इन आरोपितों की तलाश कर रही थी। इस बीच पता चला कि इन प्रकरणों में संलिप्त आरोपित अभिषेक सिंह चौहान,हरिश शर्मा, प्रबल प्रताप सिंह, निरंजन सक्सेना, आशीष चौहान एवं लखन सोनी, जो सीबीआई भुवनेश्वर (ओडिशा) के प्रकरण क्रमांक 35/14 धारा 420, 409, 120बी भादवि. एवं 4, 5, 6 पीसी और एमसी एक्ट में स्पेशल जेल भुवनेश्वर (ओडिशा) में निरूद्ध है। जिस पर थाना नेवरा पुलिस की टीम द्वारा उक्त आरोपियों को भुवनेश्वर (ओडिशा) जेल से प्रोटक्शन वारंट में गिरफ्तार कर रायपुर लाकर आरोपियों के विरूद्ध अग्रिम कार्रवाई किया गया। आरोपितों के विरूद्ध देश भर के कई राज्यों के जिलों में भी ठगी के अनेकों अपराध पंजीबद्ध है।