(सौरभ यादव)तिल्दा नेवरा:- तिल्दा क्षेत्र ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत बिलाड़ी में प्रतिवर्षानुसार भोजली माता का मॉ सत्ती दाई सेवा समिती के सदस्यो द्वारा स्थापना किया जाता है।लेकिन कोविड 19 कोरोना के चलते दो से तीन साल भोजली की स्थापना नही की गई थी कृष्ण जनमाष्टमी के पूर्व भोजली की एक दिन स्थापना के पहले अकुरीतं बीजो को भिगोया जाता है। समिती के सदस्यो द्वारा इस वर्ष भी पूरे उत्साह पूर्वक भोजली की स्थापना गांव के मनवाछींत मंदिर मॉ सत्ती दाई में पुरे विधी विधान पुवर्क किया गया प्रति दिन सुबह ,शाम को विधी व्रत पुजा अर्चना कर माँ की जसगीत सेवा छोटे छोटे बालिकाओं द्वारा गायन किया जा रहा है। आज मंगलवार को पंचमी है। जो की विशेष रूप से भोजली मॉता की पुजा पाठ अर्चना कर श्रगांर व फलो का चढावा भी किया गया। व आरती की गई छत्तीसगढ़ का पारम्परिक त्यौहार में से हैं। जो की भोजली की स्थापना की जाती है। क्योकि ग्रामीणो का मानना है की भोजली की गांव में स्थापना करने पर सुख समृद्धि व खुशहाली जीवन एवंम किशानो की धान फसलो की पैदावारी व अच्छे फसलो की कामना के लिए भी होती है।अधिकतर ग्रामो में भोजली माता की स्थापना कृष्ण जनमाष्टमी के दिन करते है।और तीजा पोला पर्व के समय विसर्जन करते है। ग्राम बिलाड़ी के युव भी विजय धुव्र, गुमान पाल, लक्षमण कुरूे, दिनेश यादव, छबि पाल,यशंवत यादव,वेदिका धुव्र, पुष्पाजंली धुव्र, टिकेश्वरी धुव्र, सजंना यादव,लता पाल,रितु यादव, सुधा,मोना,नीलम ,शारदा गुंजन ,लवनीया निषाद, पायल निषाद,पड़ा श्याम लालयादव आदि युवा एवं युवती भोजली स्थापना में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।