रायपुर-बंधन ने किया वादा-खिलाफी, कर्मचारी घेरेंगे बिजली मुख्यालय

रायपुर-:प्रबंधन ने किया वादा-खिलाफी, कर्मचारी घेरेंगे आज बिजली मुख्यालय

तिल्दा-नेवरा-:ठेका कर्मचारी मजदूर संघ की चरणबद्ध आंदोलन में प्रथम चरण 18 अक्टूबर को बिजली मुख्यालय डंगनिया का घेराव किया गया तत्पश्चात 25 अक्टूबर को प्रबंधक निदेशक ने मजदूर संगठन को बैठक में बुलाई। जिसके बाद ठेका कर्मचारी मजदूर संघ ने द्वितीय चरण का आह्वान कर दिया।
बिजली विभाग में कार्यरत ठेका कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। इसका मुख्य कारण बिजली प्रबंधन द्वारा 25 अक्टूबर को ठेका कर्मचारी मजदूर संघ का बैठक बुलाया गया जिसमें प्रबंध निदेशक द्वारा माने गए मांगो को लिखित में दिए जाने का वादा किया गया किंतु जब दूसरे दिन लिखित में प्रबंधन द्वारा ठेका कर्मचारी मजदूर संघ को सौंपा गया तब संघ के पदाधिकारियों में काफी रोष व्याप्त हुआ जिससे की पूरे छत्तीसगढ़ में आंदोलन के दूसरे चरण की घोषणा कर दिया गया । इसका मुख्य कारण बैठक में मांगों में बनी सहमति को पूर्ण रूप से बदल दिया गया जिससे जिससे संगठन ने प्रबंधन के ऊपर वादाखिलाफी का आरोप लगाया ।
भारतीय मजदूर संघ ठेका प्रभारी श्री एस के मजूमदार ने बताया कि हमने प्रबंधन से मांगों में मुख्य रूप से यह रखा है कि जो वेतन ठेकेदारों के माध्यम से कर्मचारियों को प्रदाय करवा रहे हैं वह सीधा विभाग से प्रदाय किया जाए इसमें प्रबंध निदेशक ने अपना सुझाव प्रकट करते हुए कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है फिर भी मैं अपने अधिकार में कर्मचारियों को मासिक वेतन अर्थात 30 दिनों का वेतन प्रदाय करवाने में सहमति प्रदान करता हूं जिसको लिखित में नहीं दर्शाया गया । संघ के महामंत्री दिनेश कुमार साहू ने बताया कि प्रबंधन द्वारा शोषण को रोकने के लिए आज तक एक भी ऐसी पॉलिसी तैयार नहीं किया गया है जिससे कर्मचारियों का वेतन , इपीएफ, ईएसआईसी , बोनस इत्यादि सुविधाएं जो प्रबंधन द्वारा ठेकेदार देयक को पास किया जाता है का पारदर्शिता करने के लिए सॉफ्टवेयर अर्थात वेब पोर्टल का निर्माण किया जाए। जिसमें प्रबंध निदेशक ने अपनी पूर्ण सहमति प्रदान किया था जिसको लिखित आश्वासन से हटा दिया गया इस तरह के ऐसे मुख्य मांगों में श्रम कानूनों का पालन करते हुए शैक्षणिक योग्यता धारियों को श्रेणी के अनुसार वेतन प्रदान किया जाए जिससे कर्मचारियों को पारिवारिक भरण पोषण हेतु किसी प्रकार से कोई दिक्कत ना हो । इन सभी मांगों को लिखित आश्वासन से हटाकर संगठन को आंदोलन के लिए बात की है।

1 नवम्बर से होगा प्रदेश व्यापी काम बंद आंदोलन, परिवार के साथ बैठेंगे ठेका कर्मी

चरणबद्ध आंदोलन में तृतीय चरण प्रबंधन एवं सरकार को हिला सकती है क्योंकि त्योहारों के सीजन में यदि बिजली प्रबंधन के कर्णधार अर्थात ठेका कर्मचारी यदि हड़ताल पर रहे तो इस दिवाली छत्तीसगढ़ के नागरिको को अंधेरों में मनाना पड़ सकता है।
मजदूर संघ ने 1 नवम्बर से प्रदेश व्यापी काम बंद आंदोलन की घोषणा करते हुए परिवार के साथ बैठने का फैसला लिया है। जिससे प्रबंधन में अफरा – तफरी मची हुई है।