कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में चीन की शरारतपूर्ण नीतियों का जवाब देने की एनडीए सरकार की रणनीति पर फिर सवाल उठाए हैं। डोकलाम में चीन की चाल से नये खतरे की आशंका से जुड़ी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट में राहुल ने कहा, ‘चीन की भू-राजनीतिक रणनीति का मुकाबला प्रचार मुहिम वाली मीडिया रणनीति से नहीं किया जा सकता। ऐसा लगता है कि जो लोग भारत सरकार को चला रहे हैं, उनके दिमाग से यह सामान्य बात गायब है।’
राहुल के इस सवाल के बाद कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भारत सरकार की चीन के मामलों में चुप्पी बहुत ही रहस्यमयी है। भूटान के क्षेत्र में डोकलाम से नौ किलोमीटर दूर चीन ने कुछ गांव बसा लिए हैं जो हमारे पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए खतरा है। भूटान हमारा मित्र राष्ट्र है। हमें पूरी उम्मीद है कि सरकार उन संबंधों को दरकिनार नहीं करेगी और ऐसे कदम उठाएगी कि हम एक और मित्र देश को खोने से बच जाएं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हम यह भी जानना चाहते हैं कि विदेश नीति के मामलों में खासतौर पर चीन जैसे संवेदनशील मसले पर इस सरकार में किसकी सुनी जा रही है? राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के टीके के चयन को लेकर भी सवाल उठाए।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को यह बताना चाहिए कि किस कोविड-19 के टीके का चयन भारत के लिए किया जाएगा। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री मोदी को बताना चाहिए कि कोविड का टीका बनाने वाली कंपनियों में सरकार किसका चयन करेगी और क्यों करेगी। उन्होंने यह भी सवाल किया कि पहले टीका किसको मिलेगा और वितरण की क्या रणनीति होगी। राहुल ने पूछा कि क्या पीएम केयर्स का इस्तेमाल मुफ्त टीकाकरण में किया जाएगा।
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ