2018 में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 20 जुलाई को संसद में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए यह बात कही थी। लगभग 48 मिनट की स्पीच के बाद राहुल गांधी अपनी सीट से उठे और तेजी से चलकर पीएम मोदी की सीट तक पहुंचे, उनसे हाथ मिलाया और उन्हें गले लगा लिया।
विपक्ष एक बार फिर से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल ने बुधवार को कहा कि आज में बीजेपी पर हमला नहीं बोलूंगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जुलाई 2018 में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कहा था कि आप सोचोगे कि मेरे दिल में प्रधानमंत्री के खिलाफ गुस्सा और नफरत है, लेकिन मैं आपको दिल से कहता हूं कि मैं प्रधानमंत्री, भाजपा और आरएसएस का बहुत आभारी हूं कि इन्होंने मुझे कांग्रेस और हिंदुस्तानी होने का मतलब सिखाया।
उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तानी होने का ये मतलब है कि चाहे कोई कुछ कह दे, लाठी मार दे, तुम्हारे दिल में उसके लिए प्यार होना चाहिए। आपने मुझे मेरा धर्म सिखाया और हिंदू होने का अर्थ बताया।’
राहुल गांधी ने कहा था कि आपके अंदर मेरे लिए नफरत है। आपके लिए मैं पप्पू हूं, लेकिन मेरे दिल में आपके लिए कोई क्राेध नहीं है। एक-एक करके मैं आपके अंदर के प्यार को बाहर निकालूंगा। और आप सभी को कांग्रेस में बदलूंगा।
इस बयान के बाद राहुल गांधी अपनी सीट से उठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गए और उनके गले लग गए। इस पर प्रधानमंत्री भी आश्चर्य में आ गए और इशारों में राहुल के अचानक आने की वजह पूछी। ये देखकर सदन में मौजूद सभी सदस्य आश्चर्यचकित रह गए। मोदी की प्रतिक्रिया भी कुछ ऐसी ही थी।
राहुल जाने लगे तो मोदी ने आवाज देकर उन्हें रोका। राहुल पलटे तो उनसे हाथ मिलाया और मुस्कराते हुए उनकी पीठ थपथपाई। इसके बाद राहुल सदन के पूरे वेल में नमस्कार करते हुए घूमे। फिर अपनी सीट पर चले गए। इसके बाद राहुल ने कहा- हिंदू होने का ये मतलब (गले लगना) होता है। हालांकि लोकसभा स्पीकर ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि राहुल जी, हाउस के कुछ नियम होते हैं।कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले- अभी जब मैं बाहर गया तो आपके (बीजेपी के) कई संसद सदस्यों ने मुझसे कहा कि आप बहुत अच्छा बोले। ये अकाली दल की नेता मुस्कराकर मुझे देख रही थीं। राहुल के इस बयान और उनके मोदी से गले लगने के बाद अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- ये संसद है, मुन्ना भाई का पप्पी-झप्पी एरिया नहीं है।
यूनाइटेड शिवसेना ने उस वक्त कहा था कि राजनीति में इस तरह के ड्रामे भी चलते हैं। राहुल राजनीति की असली पाठशाला में जा चुके हैं। उन्होंने मोदीजी को झप्पी नहीं, झटका दिया है।
राहुल ने अपने भाषण कई बार ऐसी बातें कहीं, जिससे लोकसभा में ठहाके लगे। एक बार उन्होंने ‘बाहर’ की जगह ‘बार’ शब्द का इस्तेमाल किया। एक बार कह दिया, ‘आप लोगों के लिए मैं पप्पू हूं।’
एक मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री अपनी आंख मेरी आंख में नहीं डाल सकते हैं। राहुल के भाषण के दौरान मोदी और उस वक्त की लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी कई बार मुस्कराते हुए देखा गया था।