राज्यसभा चुनाव में अपने ही नेताओं-विधायकों की नाराजगी से बढ़ी सिरदर्दी को थामने के लिए कांग्रेस नेतृत्व अब सीधे उनसे संवाद कर समझाने-मनाने का प्रयास करेगा। हरियाणा और राजस्थान के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस हाईकमान के निकट उम्मीदवारों के मैदान में उतरने के बाद भी पार्टी में बढ़ा असंतोष पार्टी नेतृत्व की सियासी चिंता को बढ़ा रहा है। इसीलिए विदेश से लौटे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जल्द ही हरियाणा कांग्रेस के नाराज वरिष्ठ नेता कुलदीप विश्नोई से मिलकर उन्हें मनाने का प्रयास करेंगे ताकि उनके करीबी पार्टी महासचिव अजय माकन की राज्यसभा पहुंचने की राह में आयी अड़चन को खत्म किया जा सके।
राजस्थान के आधा दर्जन नाराज विधायकों से भी कांग्रेस नेतृत्व सीधे बात कर वहां चुनाव में किसी तरह के उथल-पुथल होने की गुंजाइश को समाप्त करने की कोशिश करेगा। राज्यसभा के लिए इन दोनों राज्यों में भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के उतरने से कांग्रेस की सियासी परेशानी बढ़ी है। इसमें भी हरियाणा को लेकर पार्टी की चिंता ज्यादा है। क्योंकि विधायकों की बगावत के साथ ही कांग्रेस के कुछ विधायकों का वोट अवैध करार दिए जाने के चलते राज्यसभा चुनाव में हुई हार का उदाहरण पार्टी के लिए बहुत पुराना नहीं है। पार्टी नेतृत्व इस दफा चूक न हो यह सुनिश्चित करने की कोशिशों में जुटा है और इसके मद्देनजर ही कुलदीप विश्नोई से संपर्क कर उनकी शिकायतों का वाजिब समाधान निकालने के संकेत दिए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष की नियुक्ति से लेकर सूबे में पार्टी की सियासत को भूपेंद्र सिंह हुडडा के ईद-गिर्द तक ही सीमित रखे जाने को लेकर कुलदीप खफा हैं। हुड्डा ने माकन की जीत का किया दावा हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं और इस आधार पर सूबे की दो में से एक राज्यसभा सीट पर उसकी जीत तय है। लेकिन जिस तरह कुलदीप ने तेवर दिखाए हैं और उनके साथ दो अन्य विधायक भी असंतुष्ट बताए जा रहे हैं, उसे देखते हुए पार्टी की चुनौती बढ़ गई है। हालांकि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा ने शनिवार को कुलदीप पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन की जीत का दावा किया। पार्टी के रणनीतिकारों को भी उम्मीद है कि कोई चुनावी उलट-फेर नहीं होगा। लेकिन भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा की पिछले चुनाव में आश्चर्यजनक जीत के प्रकरण को देखते हुए नेतृत्व अजय माकन की राह में किसी तरह के किल-कांटे की गुंजाइश नहीं रहने देना चाहता और असंतुष्ट नेताओं व विधायकों से सीधे संवाद शुरू कर दिया है।
हरियाणा के 28 विधायक छत्तीसगढ़ ले जाए गए माकन की जीत सुनिश्चित करना कांग्रेस नेतृत्व ही नहीं हुडडा के लिए भी सियासी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। तभी सूबे के 28 विधायक छत्तीसगढ़ के होटल में सुरक्षित रखे गए हैं ताकि विरोधियों की सेंधमारी से बचाया जा सके। पिछली बार हरियाणा में कांग्रेस को परेशानी में डालने वाले सुभाष चंद्रा इस बार राजस्थान में भाजपा के समर्थन से उतर कर पार्टी के तीसरे राज्यसभा उम्मीदवार की परेशानी बढ़ा रहे हैं । बसपा से कांग्रेस में आए विधायक बाहरी प्रत्याशी को लेकर नाराज बसपा से कांग्रेस में आए आधा दर्जन विधायकों के साथ पार्टी के कुछ पुराने विधायक राजस्थान की तीनों राज्यसभा सीटें बाहरी नेताओं को देने से खफा हैं और वे उदयपुर के रिसार्ट में सुरक्षित रखे गए विधायकों के साथ नहीं गए हैं। इससे पनपी चिंता ही है कि हाईकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख गोविन्द सिंह डोटासरा से निरंतर संवाद कर रहा और संकेत हैं कि राहुल गांधी भी इन नाराज विधायकों को मनाने के लिए सीधे उनसे बातचीत करेंगे।