विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का विरोध कर रहे छात्रों का कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने समर्थन किया है। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए आईआईटी जैसे संस्थान परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को पिछले प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट कर रहे है, वहीं यूजीसी इसे लेकर छात्रों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। जो ठीक नहीं है। उसे भी परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को पिछले प्रदर्शन या आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही प्रमोट करना चाहिए।
राहुल गांधी ने यूजीसी के फैसले के विरोध में देश भर में चलाए जा रहे छात्रों के अभियान का शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यूजीसी को छात्रों की आवाज सुननी चाहिए। ‘
बता दें कि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 6 जुलाई के अपने आदेश में कहा है कि परीक्षाएं सितंबर के अंत में करायी जाएंगी। गृह मंत्रालय की हरी झंडी मिलने के बाद मंत्रालय ने यह फैसला लिया है।
गौरतलब है कि यूजीसी ने हाल ही में अपनी संशोधित गाइडलाइन जारी कर विश्वविद्यालयों और कालेजों की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को जरूरी बताया। साथ ही कहा कि यह रद्द नहीं होगी। उन्होंने विश्वविद्यालयों और कालेजों से इसे सितंबर अंत तक कराने का मौका दिया है। हालांकि छात्रों का कहना है कि जिस तरीके से वह पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों को आंतरिक आकलन के आधार पर प्रमोट कर रहे है, उसे तरीके से उन्हें भी प्रमोट किया जाए।