राहुल गांधी ने आखिर बता ही दिया , उस दिन नरेंद्र मोदी को गले क्यों लगाया था?

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इंडिया टुडे को एक लंबा इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में राहुल गांधी ने देश और दुनिया के तमाम मुद्दों पर बातचीत की है. 2019 के लोकसभा चुनाव से लेकर महागठबंधन तक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर ममता बनर्जी तक और आतंकवाद से लेकर कश्मीर समस्या तक, राहुल गांधी ने हर सवाल का जवाब दिया है.

एक बार सवाल जबाब को आप पढ़ लें

2019 के चुनावी मुद्दे पर

2019 का चुनाव तीन-चार अलग-अलग मोर्चों पर लड़ा जा रहा है. बेरोजगारी मुद्दा है, खेती मुद्दा है, अर्थव्यवस्था की गिरती हुई रफ्तार मुद्दा है, राफेल में हुआ घोटाला मुद्दा है और देश के संस्थानों पर हमला कर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करना चुनावी मुद्दा है.

बीजेपी की सर्जिकल स्ट्राइक पर

मनमोहन सिंह ने तीन सर्जिकल स्ट्राइक किए, लेकिन हमने दुनिया के सामने ढिंढोरा नहीं पीटा. इसका कारण ये है कि हम सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते थे, हमारे सैनिकों की बहादुरी का लाभ नहीं उठाना चाहते थे. यह उनका काम है, उन्हें सलाम करते हैं और उनका आदर करते हैं. इन सर्जिकल स्ट्राइक का क्या नतीजा हुआ, इसपर मैं बात नहीं करना चाहता. लेकिन जिन लक्ष्यों को निशाना बनाने का लक्ष्य रखा गया था, वह निशाना सटीक लगा था.

नरेंद्र मोदी के गले लगने पर

नरेंद्र मोदी की विदेश नीति का मतलब है दुनिया के ज्यादा से ज्यादा नेताओं के गले लग जाना. मैंने नरेंद्र मोदी को गले लगाया था, तो मेरे गले लगने में प्यार भरा था. मैंने एक पीएम को देखा, जिनसे चीजें नहीं संभल रही थीं. मैंने एक ऐसे पीएम को देखा, जो यह महसूस कर रहे थे कि देश को चलाना किसी राज्य को चलाने जैसा नहीं है और वो फंस गए थे. वे एक के बाद एक गलतियां करते जा रहे थे. मुझ पर गुस्सा कर रहे थे, मुझ पर चिल्ला रहे थे. मुझे उनपर दया आई, उनके लिए प्यार महसूस हुआ. मैंने कहा, मैं आपको गले लगा रहा हूं, इसलिए मैंने उनको गले लगाया. गले लगाने में मेरा उनके लिए एक संदेश था, सुनिए मैं आपका विरोधी हूं लेकिन देशहित में मैं आपकी मदद करने के लिए तैयार हूं. मैं आगे बढ़ा, लेकिन उन्होंने मुझे दूर कर दिया.

रफेल के मुद्दे पर

सच तो यह है कि पीएम मोदी ने अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ रुपये दिए हैं. यह बात आप भी जानते हैं, मुझे भी पता है, पूरा देश जानता है. और अनिल अंबानी ने कभी प्लेन नहीं बनाया, ये भी सच है. मुझे सच बताना है और सच्चाई ये है कि चौकीदार ही चोर है. इससे पीछे हटने का सवाल ही नहीं है. कांग्रेस सत्ता में आएगी तो इसकी जांच शुरू होगी. दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा सौदा किसी ऐसे आदमी को दे दिया गया है, जिसने कभी विमान बनाया ही नहीं है.

अखिलेश-मायावती के साथ गठबंधन पर

हम उत्तर प्रदेश में गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को लगा कि उन्हें हमारी ज़रूरत नहीं है. मैंने उनकी इच्छा का सम्मान किया और कहा कि ठीक है. अकेले लड़ो, लेकिन हम भी अपनी जगह हासिल करने जा रहे हैं. मैंने प्रियंका और ज्योतिरादित्य से साफ कहा है कि हमारा सबसे बड़ा एजेंडा है यूपी में भाजपा को हराओ.

आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न होने पर

हमने आम आदमी पार्टी के साथ चर्चा की. उनके साथ सीट साझेदारी की एक सहमति बन गई थी कि चार पर वह लड़ेंगे, हमारे लिए तीन छोड़ेंगे. और जब मैं और मेरी पार्टी इस बात पर सहमत हो गई तो केजरीवाल ने कहा कि गठबंधन की बात में अब हरियाणा और पंजाब को भी जोड़ना चाहते हैं. उनका कहना गलत है कि मैं पीछे हटा. जब मैं कुछ कहता हूं मैं अपने वचन पर अडिग रहता हूं. आप मेरा पुराना ट्रैक रिकॉर्ड देखें और खुद इस पर फैसला करें.

नरेंद्र मोदी से सीखने लायक एक चीज पर

एक साथ कई लोगों को अलग-अलग मैसेज कैसे दिया जाए, एक ही समय पर किसी और से कुछ कहें और उसी समय में किसी और से अपनी बात का ठीक उल्टा कहें.  हालांकि इसमें थोड़ा सा छल भी है, जो करने में मैं सक्षम नहीं हूं. लेकिन ये एक ऐसा कौशल है, जो उनके पास शर्तिया है. यह उनकी बड़ी ताकत है.

2014 की हार का सबसे बड़ा सबक

मेरे लिए 2014 की हार सबसे अच्छी बात थी क्योंकि इसने मुझे सिखाया कि मुझे लोगों के प्रति उदार रहना है, भले ही लोग आपको गाली दे रहे हों, आपपर चिल्ला रहे हों, आपको मार रहे हों, उसे पलटकर मारो मत, उसे गले लगाओ. कोई आपको गाली दे रहा है, कोई बात नहीं, फिर भी उसका सम्मान करो. एक दिन मैंने नरेंद्र मोदी का एक इंटरव्यू देखा, ”केवल नरेंद्र मोदी ही नरेंद्र मोदीद को चुनौती दे सकते हैं”, इसने मेरे दिमाग को सुन्न कर दिया. मुझे ऐसा लग रहा था, हे भगवान, एक व्यक्ति की विश्व के प्रति ऐसी सोच कैसे हो सकती है. जब बात किसानी की आएगी, तो एक किसान भी मुझे चुनौती दे सकता है, आप भी मुझे कुछ चीजों में चुनौती दे सकते हैं. कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें मैं जानता हूं, लेकिन मैं सबकुछ नहीं जानता. मैं सर्वज्ञ हूं, यही सनकीपन की परिभाषा है, मैं इन्सान हूं.