मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि उन्होंने आठ महीनों में क्रिकेट के सभी प्रारूपों में छह कप्तानों की योजना नहीं बनायी थी लेकिन इससे ग्रुप के अंदर ज्यादा ‘कप्तान’ तैयार करने का मौका मिला। द्रविड़ ने टी20 विश्व कप के बाद नवंबर में टीम की कोचिंग की कमान संभाली थी। इसके बाद से कोविड-19 संबधित ‘बबल ब्रेक’ और चोटों के चलते दिये गये ब्रेक के कारण राष्ट्रीय कप्तान के तौर पर विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या (आयरलैंड में टीम की अगुआई को तैयार) ने जिम्मेदारी संभाली।
द्रविड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच शुरू होने से पहले ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा,”यह चुनौतीपूर्ण भी रहा है, हमने अंतिम आठ महीनों में छह कप्तान उतारे, जो वास्तव में योजना नहीं थी। लेकिन हम जितने मैच खेल रहे हैं, यह उसकी वजह से हुआ है।”
द्रविड़ ने स्वीकार किया कि ऐसा भी समय आता है जब परिस्थितियों को स्वीकार करना पड़ता है। उन्होंने कहा, ”कोविड-19 के कारण मुझे कुछ लोगों के साथ काम करना पड़ा जो शानदार रहा। कई खिलाड़ियों को टीम की अगुआई का मौका मिला, हमें ग्रुप में और ‘कप्तान’ तैयार करने का मौका मिला।”
दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट और वनडे श्रृंखला गंवाना निराशाजनक था इसलिये टीम हर पहलू में बेहतर होने की कोशिश में जुटी है। उन्होंने कहा, ”हम लगातार बेहतर करने की कोशिश करते हैं, हमने विभिन्न लोगों के साथ काफी कोशिश की। पिछले आठ महीनों में दक्षिण अफ्रीका का दौरा टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से थोड़ा निराशाजनक रहा।”
द्रविड़ खुश हैं कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की बदौलत गेंदबाजी प्रतिभायें सामने आयी हैं। उन्होंने कहा, ”हमारा सफेद गेंद का क्रिकेट अच्छा है, इससे टीम का जज्बा झलकता है। आईपीएल के दौरान तेज गेंदबाजी प्रतिभायें देखना शानदार था, विशेषकर कुछ गेंदबाज काफी रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे।”