सोमवार से रोड उतर सकते हैं राहुल, आर-पार के मूड में कांग्रेस

मानहानि केस में 2 साल की सजा मिलने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई है.
राहुल गांधी पर इस एक्शन के बाद कांग्रेस सरकार से आर पार के मूड में है. कांग्रेस की ओर से इस मसले पर आज दोपहर एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. वहीं, सोमवार से कांग्रेस देशभर में बड़ा आंदोलन करेगी. पार्टी ने राहुल की सदस्यता को नाक का सवाल बना लिया है.

अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कर्नाटक चुनाव में पूरा दम लगाकर चुनाव जीत हासिल करने को लेकर कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है. वायनाड संसदीय क्षेत्र की सदस्यता खत्म किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दोपहर 1 बजे कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे. वहीं, सदस्यता रद्द किए जाने के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक अहम बैठक की.
बैठक में एक सांसद ने प्रस्ताव दिया कि अब राहुल के समर्थन में सभी सांसदों को इस्तीफा दे देना चाहिए. हालांकि इस प्रस्ताव पर आखिरी फैसला नहीं लिया गया.
संसद सदस्यता रद्द किए जाने के बाद लोकसभा की वेबसाइट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम हटा दिया गया है.अब वायनाड का नाम खाली सीट के तौर पर डाल दिया गया है.
अयोग्य ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा, मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं, हर कीमत चुकाने को तैयार हूं. वहीं, कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया है. कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी राजनीतिक और कानूनी तौर पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है.
इस मामले पर राहुल को विपक्ष का साथ भी मिला है.

ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और उद्धव ठाकरे समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने राहुल गांधी के प्रति अपना समर्थन जताया है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश कहा है कि राहुल गांधी पर बुलेट ट्रेन से ज्यादा तेज गति से करवाई हुई. राहुल गांधी को केन्द्र सरकार के नीति के खिलाफ आवाज उठाना महंगा पड़ा. संसद में और देशभर में सोमवार से आपको पार्टी का कार्यक्रम दिखेगा. हम इसे एक जन चेतना के रूप में पूरे देश में चलाएंगे.
जब कोर्ट ने खुद तीस दिन का समय अपील के लिए दिया है तो फिर अगले ही दिन उनकी सदस्य्ता रद्द कर देना साफ़ दिखाता है कि ये सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक प्रतिशोध है.
सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी के 8 सालों तक चुनाव लड़ने पर रोक लग सकती है. साथ ही राहुल को लुटियन दिल्ली में मिला सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ सकता है.
राहुल को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के कई राज्यों में प्रदर्शन किया. रायपुर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे तो वहीं मध्य प्रदेश के की राजधानी भोपाल में ट्रेन रोकी गई. उधर अमेठी और केरल में भी विरोध प्रदर्शन हुए.