रायबरेली पुलिस ने साइबर अपराधियों के ऐसे गैंग को पकड़ा है जिसके तार दुबई से जुड़े हैं। पुलिस ने इनके कब्ज़े से ठगी के ज़रिये कमाये गए लाखों रूपये समेत फ़र्ज़ी एटीएम कार्ड, मोबाइल फ़ोन और एक कार बरामद की है। पुलिस इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तार किये गए गैंग सदस्यों में एक संजय पाण्डेय ने बताया कि 2023 में वह दुबई गया था। वहां रहीम नाम का व्यक्ति मिला था। उसी ने कहा था कि अपने इलाके में खाते खुलवाओ और उसमें आने वाली रकम के छः परसेंट तुमको मिलेंगे। संजय ने नसीराबाद और डीह थाना इलाके के युवकों को से मिलकर एक गैंग बनाया जिनका काम था लोगों को बहला फुसलाकर खाते खुलवाना। इन खातों को खुलवाया जाता था दूसरों के नाम लेकिन इसे अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर देकर ऑपरेट करते थे संजय पाण्डेय के मेंबर। इसके बदले गैंग के लोग खाताधारक को हर पचास हज़ार के कारोबार पर 7 सौ देते थे। इन्ही खातों में साइबर फ़्रॉड का पैसा आता था। फिर गैंग के लोग दुबई में बैठे रहीम के बताये खाते में अपना हिस्सा लेकर रकम ट्रांसफर कर देते थे। रहीम के बताये जिन खातों में गैंग के सदस्य पैसा ट्रांसफर करते थे वह खाते झारखण्ड, बिहार और बंगाल के बताये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन खातों में 60 से लेकर अस्सी करोड़ तक का ट्रांज़ैकशन हुआ है।
रायबरेली पुलिस को मिली बड़ी सफलता लाखों की ठगी करने वाले साइबर अपराधियों को भेजा जेल
