रायबरेली : अवैध रूप से हो रहे मछली और कछुए के व्यापार को लेकर ग्रामीणों ने तहसील पहुंच कर किया प्रदर्शन ।


डलमऊ रायबरेली – तहसील क्षेत्र के जोहवा नटकी में सैकड़ों बीघे झील में मछली और कछुए के व्यापार को लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने तहसील पहुंचकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और झील के पट्टे की नीलामी के विषय में एक प्रार्थना पत्र
उपजिलाधिकारी डलमऊ को सौंपा है सोमवार को जोहवा नटकी के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तहसील पहुंच गए मकसद जोहवा झील में सैकड़ों बीघे संक्रमणीय भूमि पर अवैध रूप से मछली व कछुए के व्यापार को लेकर था आए हुए प्रदर्शनकारियों का कहना था कि झील की गाटा संख्या 1028 में उन लोगों की संक्रमणीय भूमि भी है तहसील प्रशासन द्वारा 2020 में कुछ लोगों को नीलामी के तहत आवंटन कर दिया गया है जो झील में कछुआ और मछली का व्यापार करते हैं लेकिन जिन ग्रामीणों की संक्रमणीय भूमि भी झील में समाहित है उन्हें झील में जाने से रोका जाता है जिसको लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बनी रहती है पिछले सप्ताह गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा मोती लाल पुत्र कन्धई को धोखे से बुलाकर बुरी तरह से पिटाई कर दी गई जो ट्रामा सेंटर लखनऊ में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं पंकज कुमार सतीश कुमार अवधेश दिनेश भगवानदीन राजेश रामराज शीलू चतुरी के साथ आए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन जताते हुए उपजिलाधिकारी डलमऊ राम कुमार शुक्ला को शिकायती पत्र सौंपा है और संक्रमणीय भूमिधर खातेदारों को झील में कब्जा दिलाया जाने का अनुरोध किया है