सरेनी विधानसभा के असढियावा गांव के लोगों की दुश्वारियां 5 साल बीत जाने के बाद भी कम नहीं हुई उनकी समस्याएं जस की तस बनी हुई है गांव तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है कोई भी व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार होता है तो गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंचती है गांव में कोई भी विद्यालय नहीं है मानो 70 साल बीत जाने के बाद भी आज तक गांव के लोग सारी सुविधाओं से वंचित है गांव तक जाने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं है 5 साल बीत गए। जनप्रतिनिधि चुनाव में आए और वादा करके चले गए लेकिन 5 साल शासन में रहकर अपने वादे पर खरे नहीं उतरे मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगा दिए गांव के बूढ़े बुजुर्ग नौजवान और बच्चे सभी रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ प्रदर्शन करने लगे वहीं ग्रामीणों का कहना है कि 5 साल भाजपा की सरकार थी विधायक जी गांव लोगों की समस्याएं देखने तक नहीं आए ग्रामीण रामू सिंह, अजय प्रताप, आनंद मौर्य, कमलेश बाथम, कालिका प्रसाद गुप्ता, नीरज बाथम, रेखा यादव, अमित यादव ने बताया कि गांव की आबादी लगभग 700 है गांव में कोई भी सरकारी स्कूल नहीं है। इलाज के लिए लोगों को दूर जाना पड़ता है गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है शादी विवाह होने पर चार पहिया वाहन भी गांव बड़ी मुश्किल से पहुंचते हैं 5 साल पहले चुनाव में वादा किया गया था लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी गांव तक सड़क नहीं बन सकी ग्रामीणों का कहना है कि इस बार वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे।