रायबरेली: मारपीट एवं आगजनी के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
रायबरेली। महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के खैरहना गांव में विगत 4 मई को वाद विवाद और आगजनी के मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक रेखा सिंह द्वारा यह गिरफ्तारी क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर चन्दापुर से की गई है। जहां यह दोनों भागने की फिराक में थे। तभी पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को पकड़ लिया। विवरण के अनुसार खैरहना ग्राम सभा में चुनाव के बाद ग्राम प्रधान पक्ष पर एक दलित से मारपीट का आरोप लगा था। जिसका एससी-एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। लेकिन पुलिस द्वारा मामले में कोई सख्त कार्रवाई और गिरफ्तारी न किये जाने से गांव में रंजिश बढ़ती गई। इसी के बाद जब चुनाव के परिणाम आए तो विजय जुलूस और आतिशबाजी को लेकर दो पक्षों के मध्य विवाद शुरू हो गया। जो दूसरे दिन मारपीट और आगजनी तक जा पहुंचा। गनीमत रही कि प्रभारी निरीक्षक रेखा सिंह और क्षेत्राधिकारी लालगंज अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने मौके पर जाकर तुरंत मोर्चा संभाल लिया। जिससे कोई बड़ी वारदात घटित नहीं हो सकी। हालांकि इस बीच कुछ बाहरी तत्व मामले को तूल देने के लिए आग में घी डालने पहुंचे थे। लेकिन इन दोनों पुलिस अधिकारियों के सामने उनकी एक न चली। उल्टे सीओ लालगंज ने जिस तरह से दुत्कार कर विवादित तत्वों को बाहर खदेड़ा उससे सबके सब ठंडे बस्ते में चले गए और पुलिस ने पूरी निष्पक्षता के साथ मामले को शांत करा दिया। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों से सात सात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही एक पक्ष से दो लोगों की गिरफ्तारी भी तत्काल कर ली गई। इस बीच दूसरे पक्ष से भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही थी लेकिन आरोपियों के फरार रहने से पुलिस तत्समय कामयाब नही हो सकी। इधर कोरोना वायरस को मात देकर लौटे क्षेत्राधिकारी के संज्ञान तक मामला पहुंचते ही उन्होंने खुद पूरा प्रकरण अपने हाथ में ले लिया और उन्हीं के निर्देश पर पुलिस ने दूसरे पक्ष से भी दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को प्रभारी निरीक्षक रेखा सिंह ने दोनों आरोपी मंसूर अली पुत्र मकसूद अली और अनवर पुत्र जुम्मन को विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है।