ये तो कम है इससे भी ज्यादा मरीज पीड़ित थे 2022 में कोरोना के दौर से ग्रामीण निकले ही थे की आपदा को अवसर बनाकर सलोन सीएचसी के डाक्टर मरीजों को लूटने के लिए बाहर से दिनभर दवा लिखते थे। और सलोन सीएचसी की दवा फूंक देते थे। उसकी भी खबर चली घायल फर्स पर पडा कराह रहा था उसको उठाकर स्ट्रेचर पर लिटाया तक नहीं गया। बेवली गांव का एक पिता सर्पदंश से ग्रसित अपने बच्चे को गोद में लेकर पूरे सीएचसी में घूमा किसी ने इलाज क्या देखना तक उचित नहीं समझा अंततः गोद में ही बच्चा मर गया। एक घायल का मेडिकल रिपोर्ट कमजोर कर धारा 307 को 308 बनाने का खेल चल रहा था तभी दो साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया। तो हैवानी डाक्टर साथी पत्रकारों पर टूट पड़े। जिस पर मैंने सलोन थाना में 11 डाक्टरों के विरुद्ध गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया भ्रष्टाचारी एफ आर लगाने की पैरवी करते रहे। किंतु उनकी एक नहीं चली चार्जशीट भी दाखिल हो गई।
शर्म आनी चाहिए दल्लों को अपनी मानसिकता पर की कुछ चाटुकार दल्ले सीएचसी में इतना भ्रष्टाचार का मकड़जाल फैलने के बावजूद दलाली में लगे रहे उन्हें अपने फायदे के आगे किसी मरीज कि पीड़ा समाज का हित नहीं दिखता सही गलत नहीं दिखता उन्हें सिर्फ एक कप चाय और दलाली का पैसा दिखता है समाज थूंकता है इन दलालों की मानसिकता पर ऐसे भ्रष्टाचारियों को चुनौती दे रहा हूं कि सावधान रहें जिस दिन मेरी रडार पर आ गए ऐसा रगडूंगा कि जिंदगी भर याद रखेंगे खैर आप परेशान ना हों यथा संभव आपकी मदद करने का भरसक प्रयास करुंगा।