महराजगंज/रायबरेली: तहसील क्षेत्र के थुलेंडी चौकी क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव गोपाल खेड़ा मजरे राघवपुर में मामूली सी बात को लेकर लगभग एक दर्जन हथियारबंद दबंगों ने पहले घर में घुसकर एक परिवार की महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की, विरोध करने पर पूरे परिवार को लाठी-डंडों फावड़ा और कुल्हाड़ी से हमला करके इस कदर लहूलुहान कर दिया कि, तीन लोग बेहोश हो गए। दबंगों ने मरा समझकर उन्हें उसी हाल में छोड़ कर एलानिया गालियां और धमकियां देते हुए मौके से चले गए। दिन में 10:00 बजे दबंगों के इस बर्बरता पूर्ण आतंक को देखकर गांव के अन्य परिवार सहम गए। बाद में एक महिला ने हिम्मत करके मामले की सूचना डायल 112 पुलिस को दी। उसके बाद तीनों घायलों को एक वाहन से लादकर बछरावां सीएचसी पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद तीनों को जिला रायबरेली अस्पताल रेफर किया गया।
आपको बता दें कि, घटना के बारे में पुलिस को दी गई तहरीर में कमलावती पत्नी रामकेवल ने बताया कि, प्रतिपक्षी उमाशंकर और दयाशंकर आदि ने गांव समाज की तालाब भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, तथा उनके दरवाजे की ओर नाली भी खोद रखी है। जिसका वे लोग हमेशा से विरोध करते आए हैं। घटना 18 अप्रैल 2021 की है, उनका लड़का अखिलेश लघुशंका के लिए तालाब की ओर गया था, और वापस लौट रहा था। आरोप है कि, वहां पर मौजूद प्रतिपक्षी शशि की पत्नी सुनैना ने अखिलेश को अकारण गालियां देना शुरू किया, तो अखिलेश ने वजह पूछी, इतने में सुनैना ने आवाज देकर उमाशंकर, दयाशंकर, प्रेम शंकर, केतार पुत्रगण सूर्यपाल तथा अभिषेक पुत्र उमाशंकर, गुलाब पुत्र शिवकरन, नरेंद्र पुत्र चंद्रशेखर के अलावा धर्मेंद्र, अमर सिंह, चंद्र कुमार आदि को बुला लिया। जो हाथों में कुल्हाड़ी, हासियां, फावड़े, लाठी डंडे लिए हुए थे। इन्हें आता देख अपने घर की ओर भागा, पीछा करते हुए सभी दबंग घर के अंदर घुस गए।
यह भी आरोप है कि, घर में घुसते ही प्रति पक्षी अभिषेक केदार और अमर सिंह उर्फ बाबा ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। परिवार के लोगों ने विरोध किया, तो सभी ने हाथ में लिए हुए लाठी-डंडे कुल्हाड़ी और फावड़े से जो मिला उसको पीटना शुरू कर दिया। कई लोग तो जान बचाकर भाग गए। लेकिन मौके पर अखिलेश उसकी पत्नी सरिता और सर्वेश की पत्नी कोमल लहूलुहान होकर मौके पर बेहोश हो गए, इसके बाद प्रतिपक्षी गणों ने यह समझ कर की तीनों अब बचेंगे नहीं, बाहर निकल कर सरेआम गालियां और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकियां देते हुए चले गए। पुलिस ने पीड़िता कमलावती की ओर से दी गई तहरीर में कुछ संशोधन करवा कर मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन छेड़छाड़ जैसी गंभीर धारा का उपयोग नहीं किया। इससे प्रतिपक्षीगण के हौसले बुलंद है, और वह खुलेआम घूम रहे हैं। जिससे पीड़ित परिवार के सदस्यों में दहशत व्याप्त है। पीड़ितों का कहना है कि, अगर पुलिस ने दबंगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही नहीं की, तो वह गांव से पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय है।
दूसरी ओर पीड़ित परिवार का भरोसा बछरावां के ईमानदार, तेजतर्रार, कर्मठ थाना प्रभारी राकेश सिंह और चौकी इंचार्ज अनिल कुमार सिंह की न्याय प्रिय कार्यशैली पर अभी भी बना हुआ है। पीड़ित परिवार ने गुहार की है कि, उनकी पीड़ा को समझ कर थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज मौके पर जाकर घटना का जायजा ले ले, तो उनकी समझ में आ जाएगा कि, प्रतिपक्षीगण कितने दबंग और सरहंग तथा शातिर प्रवृत्ति के हैं। पीड़िता का यह भी आरोप है कि, इससे पहले भी यह दबंग लोग उनके परिजनों को पहले भी पीट रुके हैं। पूरे गांव में इनका घोर आतंक है। तो कम से कम योगी सरकार में तो गुंडों का मान मर्दन होना ही चाहिए।