डलमऊ/ रायबरेली : नगर पंचायत डलमऊ के मुख्य चौराहे पर पिछले करीब 10 वर्षों पूर्व लाखों की लागत से नगर पंचायत द्वारा सुलभ शौचालय का निर्माण स्थानीय व्यापारियों राहगीरों एवं नागरिकों की सुविधा के लिए बनाया गया जो गंदगी एवं अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया है कहने को तो यह सुलभ शौचालय है। लेकिन इसमें सुलभ कुछ भी नहीं है। सुविधाओं के नाम पर ना तो यहां साफ सफाई की उचित व्यवस्था है। और ना ही बिजली पानी की रात के अंधेरे में किसी अजनबी का सुलभ शौचालय तक पहुंचना नामुमकिन है। क्योंकि यहां पर रोशनी के लिए कोई सुविधा नहीं है। स्थानीय व्यापारियों एवं नागरिकों के लिए मुख्य चौराहे पर बना यह एकमात्र सुलभ शौचालय है। जिसमें गंदगी तो इतनी है। कि उधर से गुजरने वाले राहगीर भी मुंह पर कपड़ा रखकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में सुलभ शौचालय के इस्तेमाल के लिए स्थानीय दुकानदारों एवं राहगीरों को बहुत ही परेशान होना पड़ रहा है। मूत्र एवं मल के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। वहीं पर दूसरी ओर सुलभ शौचालय नगर पंचायत द्वारा दुकाने बनवा कर दुकानों का आवंटन किया गया है। यह शायद जिले का पहला सुलभ शौचालय होगा जहां पर सुलभ शौचालय में दुकाने बनवाई गई हैं। आवंटित दुकाने नगर पंचायत की आय का जरिया भी हैं। आवंटित की गई दुकानों में दुकानदारों द्वारा भयंकर रूप से अतिक्रमण किया गया है। अतिक्रमण इतना है। कि रोड और दुकान के बीच का कोई फैसला ही नहीं नजर आता मुख्य चौराहा होने के कारण भारी वाहनों का आना जाना लगा रहता है जिससे किसी बड़ी दुर्घटना का होने की आशंका बनी रहती है। ऐसा लगता है क्षेत्रीय एवं नगर पंचायत प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। इस बाबत नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी आरती श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को भेजकर सुलभ शौचालय की साफ सफाई करा दी जाएगी एवं प्रशासन का सहयोग लेकर अतिक्रमण हटवाया जाएगा।