लालगंज रायबरेली। लालगंज कोतवाली पुलिस की अनसुनी का खामियाजा अन्ततः ग्रामीणों को भुगतना पड़ा। स्मैक के तश्करों ने अबैध कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग करने वाले बेकसूर ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। स्मैक तश्करों की पिटाई में आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण घायल हुए हैं। आपको बता दें कि पूरे मधईया मजरे लालूमऊ में रहने वाला एक परिवार पिछले 15 वर्षों से स्मैक व अफीम की तश्करी कर रहा है। गांव में न केवल नशेड़ियों बल्कि अपराधियों का जमावड़ा होता है। ग्रामीणों ने दो माह पूर्व तत्कालीन कोतवाल अरूण कुमार ंिसह से कई बार फरियाद कर इस अबैध कारोबार से सक्रिय अपराधिक गतिविधियां पर अंकुश लगाने की मांग की लेकिन पुलिस की अनसुनी लगातार जारी रही। पुलिस को मिल रही बडे़ पैमाने पर माहवारी ग्रामीणों की मांग पर भारी पड़ी। मादक पदार्थो के तश्करों ने बीती शाम गांव के आधा दर्जन लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर लाठियों से पीटा। पुलिस की मिलीभगत से अर्से से चल रहे इस अबैध कारोबार का विरोध करना ग्रामीणों को मंहगा पड़ गया। घटना की रिपोर्ट राजेश पुत्र रामदास यादव की तहरीर पर पुलिस ने धारा 323,504,506 के तहत दर्ज कर लिया है। लेकिन पुलिस ने अपने कमाऊपूतों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जानकार सूत्रों ने बताया कि मधईया का पुरवा से पुलिस को करीब 20 हजार रूपये की आमद है।