रायबरेली:कंबल की आस में तहसील के चक्कर लगा रही है गरीब महिलाए


डलमऊ /रायबरेली: पिछले 1 सप्ताह से पड़ रही कड़ाके की से निजात पाने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा सभी गांव में कंबल बांटे जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन गांव की गरीब महिलाएं अभी भी कंबल की आस में तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। मंगलवार को सुबह से ही कंबल की आस में बैठी हुई महिलाएं इंतजार करती रही लेकिन उन्हें बैरंग वापस जाना पड़ा मलियापुर से आई रामदुलारी पत्नी रामेश्वर ने बताया कि लेखपाल को उन्होंने शुक्रवार को आधार कार्ड की कॉपी दिया था तब से 3 दिन से लगातार वह कंबल के लिए आ रहे हैं लेकिन लेखपाल नहीं मिले बबली पत्नी रामदयाल ने बताया कि कंबल के लिए आई थी लेकिन कंबल नहीं मिला मलियापुर से ही आई सरोज पत्नी मलखान कंबल की आस में आई थी और दिन भर तहसील में ठंड में ठिठुरते रहे कंबल नसीब नहीं हुआ पूरे कोहली सराय दिलावर की जमुना देवी पत्नी भगवानदीन ने बताया कि वह कंबल के लिए आई थी लेखपाल नहीं मिले तो फोन से संपर्क किया लेखपाल साहब बोले लालगंज आ जाओ यहां से कंबल ले जाओ तीरथ देवी भी कंबल की आस में दिनभर तहसील में बैठी रही लेकिन बैरंग वापस जाना पड़ा अभिनव पाठक का कहना है कि शासन द्वारा पंद्रह सौ कंबल मिले थे जिन्हें सभी गांव में वितरित करा दिए गए हैं। अब गांव की महिलाएं कंबल के लिए आ रही हैं। इन्हें कौन बुलाया था यह मुझे नहीं पता लेकिन अब कंबल उपलब्ध नहीं है।