ऊंचाहार/ रायबरेली सावन के तीसरे सोमवार शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं तीसरे सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई और गंगा जल से मंदिरों में जलाभिषेक किया। हर हर गंगे, हर हर महादेव के जयकारों के बीच हजारों लोगों ने गोकना घाट पर स्नान और पूजा अर्चना कर कल्याण की कामना की। मान्यता है कि सावन मास में शिव की आराधना से भोलेनाथ प्रसन्न होकर भक्तों को मनोवांछित फल देते हैं।
सोमवार को गोकना के अलावा पूरे तीर खरौली घाट पर भी श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया और शिव मंदिरों में जलाभिषेक किया। भोर से स्नान और जल भरने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा।
बाद में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर मिर्जापुर ऐहारी स्थित बूढ़े बाबा व बड़ागांव स्थित गौरीशंकर मन्दिर में जलाभिषेक कर कल्याण की कामना की। भोर से ही हर हर महादेव के जयकारों से मन्दिर गुंजायमान रहे। इसके अलावा अन्य विभिन्न शिवमंदिरों में भी लोगों ने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। इस दौरान गोकना घाट गंगा में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर पुलिस घाट पर गोताखोर टीम के साथ एलर्ट रही। हालांकि इस दौरान घाट पर कोरोना गाइड लाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। अल्बर्ट माइक से लोगों से कोरोना गाइड लाइन के पालन की अपील औपचारिकता बन कर रह गई।
उधर, मां गंगा गोकर्ण जनकल्याण सेवा समिति की ओर से गोकना घाट पर लोगों को गंगा को स्वच्छ रखने , गहरे जल में स्नान न करने तथा अपने सामान की स्वयं सुरक्षा करनेऔर पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करने के लिए जागरूक किया गया। समिति के सचिव व तीर्थ पुरोहित पं. जितेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि समिति की ओर से समय समय पर गोष्ठी आदि के माध्यम से गंगा की सफाई व पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक किया जाता रहता है। वहीं कोरोना काल में समिति की ओर से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने तथा कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
सवांददाता: सर्वोदय मौर्या