रायबरेली: मां का है कर्जा हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा-कमल बाजपई

महावीर स्टडी स्टेट महाराजगंज में आज हिंदी दिवस के अवसर पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में हिंदी दिवस तथा इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिलने का हार्दिक कष्ट सभी बच्चों एवं अध्यापकों में देखा गया बच्चों ने अपनी अभिव्यक्त में हिंदी के प्रति मातृभाषा का सम्मान तथा इसे सबसे प्यारी न्यारी भाषा बताया अनुराग पियूष करण आदर्श दिव्यांशी कृति कृति शिखा त्रिपाठी तथा विनय ने हिंदी के सम्मान में अपने उच्च विचार रखें शिखा त्रिपाठी ने काव्य पाठ किया प्रधानाचार्य कमल बाजपेई ने कहा कि लोग वर्षों से बस अपने गाल बजा कर हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा ना देने का छोभ व्यक्त कर रहे हैं यह बहुत बड़ी वितृष्णा हाय। श्री बाजपेई ने कहा कि
“हिंदी राजभाषा अहै सब भाषन का मूल नव रस इसे संवारते जैसे कोमल फूल सुंदर है अभिव्यक्ति रसिक केसों की सारी तुलसी सूर महादेवी की कलम निराली नारी का संघार अधूरा बिन माथे की बिंदी भारत मां के भाल सुशोभित प्यारी हिंदी” कुशल संचालन विवेक सिंह एवं नीरू बाजपेई हिंदी विभागाध्यक्ष ने किया इस अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक तथा बच्चों की भागीदारी रही

सवांददाता: सर्वोदय मौर्य