रायबरेली -जनता ने साधारण व्यक्तित्व के धनी, ईमानदार अखिलेश यादव को चुना अपना प्रतिनिधि

रायबरेली – विकासखंड लालगंज के ग्राम सभा मुस्तफाबाद बेलहनी से अखिलेश यादव जिनकी उम्र महज 23 वर्ष में पहली ही बार मे अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 171 मतों से पराजित ग्राम प्रधान बन गए। अखिलेश यादव ने अपनी जीत का श्रेय ग्राम सभा के सम्मानित बुजुर्गों माताओं बहनों युवा साथियों एवं समर्थकों को दिया है। अखिलेश यादव ने ग्राम सभा के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी ने उन्हें अपना स्नेह,आशीर्वाद एवं बहुमूल्य मत देकर विजयी बनाया है जिसके लिए वह आजीवन सभी के आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह जो कुछ बने हैं ग्राम सभा की जनता एवं समर्थकों की वजह से बने हैं,क्षेत्र की जनता ने जो उन पर भरोसा दिखाया है उस पर खरा उतरने का भरसक प्रयास करेंगे।
ज्ञात हो कि अखिलेश यादव लालगंज तहसील के ग्राम सभा मुस्तफाबाद बेलहनी के पूरे रजऊ के रहने वाले हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले साधारण हसमुख मिजाज के व्यक्ति अखिलेश दो भाइयों में छोटे थे। बड़े भाई अमरेश यादव कि ह्रदय गति रूक जाने के कारण 2 साल पहले स्वर्गवास हो गया था। पढ़ाई के साथ राजनीति में रुचि रखने वाले अखिलेश ने 18 वर्ष की उम्र में राजनीति में कदम रखा और 2016 में उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना समाजवादी पार्टी में प्रदेश सचिव बनाए गए। 2017 में अर्मापुर स्टेट गोविंद नगर विधानसभा समाजवादी पार्टी के वार्ड अध्यक्ष /सेक्टर प्रभारी नियुक्ति गए। मेहनत, ईमानदारी, लगन का नतीजा रहा कि उन्हें समाजवादी पार्टी ने 2018 ने कानपुर महानगर का मीडिया प्रभारी बना दिया। बड़े भाई की मृत्यु के पश्चात ज्यादा समय रायबरेली में आकर समाज सेवा करने लगे और यूथ ब्रिगेड समाजवादी पार्टी रायबरेली में जिला उपाध्यक्ष बनाए गए। पंचायत चुनाव में ग्राम सभा मुस्तफाबाद बेलहनी से प्रधान पद के लिए नामांकन किया, लेकिन राह इतनी आसान नहीं थी क्योंकि ग्राम सभा मुस्तफाबाद बेलहनी से 7 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे,जिनमें कई पूर्व प्रधान एवं प्रभावशाली पैसे वाले व्यक्ति लगे थे। मगर अखिलेश के स्वभाव और उनकी मिलनसार व्यतित्व के कारण ग्राम सभा की जनता ने लेकर उनका समर्थन दिया।
जिसमें अखिलेश ने क्षेत्र की जनता का भरोसा कायम रखते हुए अन्य उम्मीदवारों को पीछे ढकेलते हुए 171 वोटो से जीत हासिल करते हुए यह दिखा दिया कि जनता का लगाव अखिलेश यादव से बहुत है और मात्र 23 वर्ष की उम्र में ग्राम प्रधान बने। राजनीति के साथ-साथ पढ़ाई का भी ध्यान रखा 2012 में सरस्वती शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज- गांधीनगर, रायबरेली से हाई स्कूल एवं 2014 मे राजकीय ऑर्डिनेंस फैक्ट्री इंटर कॉलेज अर्मापुर स्टेट कानपुर महानगर से इंटरमीडिएट और 2017 में छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 2019 में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रायबरेली से आईटीआई से फिटर ट्रेड का डिप्लोमा प्राप्त करने के पश्चात अब यथार्थ विधि महाविद्यालय प्रयागराज से वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं। अखिलेश यादव व पढ़ाई के साथ साथ जनता की सेवा एवं ग्राम सभा का विकास करेंगे