रायबरेली : जगत पुर कोतवाली क्षेत्र मे धडाके से हो रहा अवैध खनन

रायबरेली: प्रदेश मे सरकार भले ही मिट्टी खनन पर सख्ती से अंकुश लगाने की बात कर रही लेकिन जगत पुर कोतवाली क्षेत्र जोगमगदी पुर सान्हू कुआ जगत सिंह का पुरवा जिगना चिरौजी चिचौली ओम नगर बेनीकामा बनिया का पुरवा अन्य गाँवो मे दिन रात लगातार जेसीबी और टैक्टर पहुंच जाते है रात भर सैकडो ट्राली मिट्टी खनन कर सरकार की राजस्व का चूना लगाया जा रहा है जंगल और खेतो मे हो रहे अवैध खनन को लेकर ग्रामीणो ने मिट्टी की उर्वरक शक्ती कम होने की बात कही है खनन खेल के पीछे सफेद पोश भी सामिल है जिसकी सहपर माफिया बेखौफ जगत पुर छेत्र मे लगातार मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है स्थानीय पुलिस के पसीने छूट रहे है खनन माफियोओ का दुस्साहस इतना बढ गया है कि कोतवाली की बगल से ही सुबह इनके तार जुडे है एक तरफ से खनन माफिया उनकी सरपरस्ती मे ही पनप रहे अवैध खनन से चांदी काट रहे है खनन का काला कारोबार जोरो पर है जगत पुर कोतवाली क्षेत्र मे इन दिनो खनन माफिया के हौसले बुलंद होता जा रहा है बेखौफ होकर माफिया अवैध रूप से मिट्टी के अवैध खनन को अंजाम दे रहे है रात दश बजते ही खनन माफियोओ का लश्कर जेसीबी मशीन और टैक्टर ट्राली लेकर खनन करने के लिए निकल पडते है रात के समय मे चलले वावी इस कारोबार खनन माफिया जमकर चांदी काट रहे धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन से प्रशासन के लिए चुनौती दी जा रही है खनन माफिया अवैध खनन कर अपनी तिजोरी भरने मे लगे हुए है तो वही जिनके जिम्मे अवैध खनन को रोकने की जिम्मेदारी है वे माफियोओ से सांठगांठ कर माल खीचने मे लगे हुए हैअधिकारियो एव माफियोओ की मिलीभगत से अवैध खनन जगत पुर को कोतवाली क्षेत्र मे धड़ल्ले से जारी है प्रदेश सरकार ने सत्ता के रसूख दार और संबंधित विभाग के सांठगांठ से अवैध खनन माफिया बड़ी असानी से अपने काम का अंजाम दे रहे है दिन हो या रात खुलेआम खनन माफिया द्वारा खनन किया जा रहा है लेकिन प्रशासन की की चुप्पी से क ई सवाल खडे हो रहे है उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने अवैध खनन को पूर्ण रूप से रोक लगा रखा है लेकिन यह निर्देश शायद पुलिस प्रशासन तक नही पहुंच पा रही है सरकार ने अवैध मिट्टी खनन पर सख्ती से रोक लगा दी थी परिणाम यह हुआ की कुछ दिनो तक अवैध खनन माफिया भूमिगत हो गए थे और उनके वाहन घरो मे खड़े होकर शोभा बढाने लगे थे अवैध मिट्टी खनन कर टैक्टर ट्रालीयो के माध्यम से कस्बे और गांव से सप्लाई की जाती है जानकारी होने के बाद भी प्रशासन और पुलिस मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहा है नाम ना छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणो से मोटी रकम वसूल कर लेते है जिनके बाद खनन माफिया बेखौफ होकर अपना कर लेते है