डलमऊ : हरे पेड़ों की कटान कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है। हरे पेड़ों को काटने वाले को कानून में दंड देना का प्रावधान है। लेकिन जब दंड देने वाले ही कटान में मिले हों तो फिर दंड देने की उम्मीद किससे की जाए। आम तौर पर लोग पेड़ों की कटान की शिकायत पुलिस से करते हैँ लेकिन अगर पुलिस की मिली भगत से ही कटान हों रही हों तो शिकायत किससे की जाए। प्राप्त सूचना के अनुसार डलमऊ क्षेत्र के सेदूरा मऊ गांव में दिन दहाड़े आम और महुआ के हरे पेड़ों पर आरा चल रहा है। सूत्रों के अनुसार इस कटान में पुलिस की मिली भगत है। इसीलिए बेखौफ़ होकर पेड़ों की कटान की जा रही है। पर्यावरण के जानकार लोगों के अनुसार रायबरेली पर्यावरण की दृष्टि से खतरे के निशान पर है क्योंकि स्वस्थ्य प्राणवायु के लिए निर्धारित वन पहले ही कम है। अब और कटान करके प्राण वायु जहरीली बनाने की ओर बढ़ रहे है। खबर प्रकाशन के बाद देखो शायद प्रशाशन नींद से जागे।