रायबरेली में शासन के निर्देश के बाद मंडलायुक्त रोशन जैकब आज रायबरेली जनपद के कलेक्ट्रेट पहुंची यहां बचत भवन सभागार में जनता दर्शन का आयोजन कर जनपद स्तरीय समस्याओं पर सुनवाई की सुबह 10:00 बजे से ही जिले भर से अपनी अपनी शिकायत एवं फरियाद लेकर बचत भवन में इकट्ठा होने लगे 11:00 बजे बचत भवन पहुंची मंडलायुक्त रोशन जैकब ने मंगलवार को जनता दर्शन का शुभारंभ ही किया था कि एक फरियादी कमिश्नर के सामने ही फूत फूट रोने लगा और अपनी फरियाद बताइए वही दूसरे फरियादी ने तो कमिश्नर के सामने ही आत्मदाह करने की धमकी दे डाली जिससे उसने कमरे में अफरा-तफरी मच गई तुरंत जिम्मेदार प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया 12 बजते ही बचत भवन में लगभग हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई इतने ज्यादा फरियादी आ गए कि संभालते संभालते पुलिस के पसीने छूट गए कुछ फरियादियों के साथ आए लोगों को पुलिस द्वारा बाहर किया जाने लगा लेकिन भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही थी बढ़ती भीड़ में अपने-अपने फरियाद के साथ पहुंचे फरियादियों की वजह से गहमागहमी का माहौल हो गया कहीं तू तू मैं मैं होने लगी तो कहीं कोई कहने लगा कि हमारा एप्लीकेशन ले लिया गया लेकिन अभी तक मिलने नहीं दिया गया किसी ने कहा कि 10:00 बजे से आया हूं लेकिन अभी तक साहब से मिल नहीं पाया हूं ऐसे करीब 2 दर्जन से अधिक लोगों ने बताया कि वह अपनी फरियाद लेकर आए थे लेकिन मिल नहीं पाए वहीं विश्व दलित परिषद ने भी पूरे दलबल के साथ पहुंचकर लोहा पीटने वाले लोगों के लिए जमीने दिलाए जाने की मांग की उधर शहर के त्रिपुला पावर हाउस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए ग्रामीणों ने कमिश्नर से शिकायत की ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से राही ब्लाक के अंतर्गत आने वाले 1 दर्जन से अधिक गांव में विद्युत व्यवस्था इतनी ज्यादा बदहाल है कि आए दिन तार टूट कर गिरते रहते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है योगी सरकार के आदेशों को भी बिजली विभाग के अधिकारी नहीं मानते हैं यही नहीं सलोन तहसील से आई एक महिला अपने ससुराली जनों के प्रताड़ना से बेहोश हो गई जिसे आनन-फानन पुलिस द्वारा पानी पिलाकर व बिस्किट खिला कर होश में लाया गया ऐसे सैकड़ों फरियादियों ने मिलकर कमिश्नर से जमीनी विवाद मारपीट जैसे मामलों में न्याय की गुहार लगाई सवाल जहां यह उठता है कि जब हर माह के शनिवार को थाना दिवस मंगलवार को तहसील दिवस व अन्य दिनों में ब्लॉक दिवस सहित अन्य बैठक में की जाती है तो इतनी ज्यादा फरियादी कैसे एक साथ एकत्रित हो गए इस सब की वजह से जिला प्रशासन सकते में रहा यहां जिला प्रशासन के मनमानी रवैया का पोल खुल गया और कमिश्नर की बैठक मैं फरियादियों से मुलाकात ना होने पर कुछ फरियादी मायूस वापस लौट गए जिला प्रशासन के अव्यवस्थाओं के चलते जनता दर्शन हुआ फेल