रायबरेली: भूमि मूल्यांकन सूची को दरकिनार करने का बाल्हेमऊ के किसानो ने किया विरोध
लालगंज-रायबरेली। प्रदेश सरकार की महत्वपाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सपे्रश वे के लिए भूमि अधिग्रहण की चल रही कार्रवाई में क्षेत्रीय भूमि मूल्यांकन सूची को दरकिनार करने से नाराज बाल्हेमऊ मजरे ऐहार के किसानो ने आज कलेक्ट्रट में प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह को ज्ञापन दिया है। नाराज किसानो ने आपत्ति दाखिल करते हुए कहा है कि डलमऊ तहसील का राजस्व विभाग किसानो को बरगला कर व धमका कर उनकी कीमती भूमि को औने-पौने मूल्यांकन के आधार पर क्षतिपूर्ति बता कर उसके बैनामें का कुत्सित प्रयास कर रहा है। पूर्व ग्राम प्रधान ऐहार एवम किसान नेता राजकिशोर सिंह बघेल के नेतृत्व में करीब आधा सैकड़ा से अधिक किसान कलेक्ट्रट पहुंचे और प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन में लिखा गया है कि भूमि अधिग्रहण में नयी मूल्यांकन सूची 2020 को नजरंदाज किया जा रहा है। अधिकारियों ने न तो भौतिक सत्यापन किया और न ही भूमि मूल्यांकन के समय जिला एडीएम द्वारा 2020 में जारी की गयी भूमि मूल्यांकन सूची का अवलोकन ही किया। मनमाने ढंग से भूमि का मूल्यांकन कर राजस्व विभाग की किसानो की बेशकीमती भूमि को अधिग्रहीत करने की कार्रवाई कर रहा है। किसानो ने कहा कि चूंकि मार्डन रेलकोच फैक्ट्री ऐहार में स्थापित है इस लिए इसके आसपास की भूमि औद्योगिक क्षेत्र में आती है। व्यावसायिक भूखंड होने के बावजूद भूमि का मूल्यांकन सामान्य रेट पर किया गया है। किसानो ने डीएम से मांग की है कि अधिग्रहीत की जाने वाली भूमि का रेट वर्तमान मूल्यांकन सूची के अनुसार 11 हजार रूपये प्रतिवर्ग मीटर की दर से कराने व बैनामे के समय भूमि व परिसम्पतियों का मूल्यांकन ब्योरा किसानो को उपलब्ध कराया जाय। इस मौके पर अनुराग तिवारी, रिंकू त्रिपाठी, अभिषेक शुक्ला , सैलू सिंह , देवेन्द्र मोहन त्रिपाठी,उमेश तिवारी विनोद गुप्ता, गिरीश गुप्ता, पन्ना लाल गुप्ता, शोभनाथ, रामसजीवन सहित करीब आधा सैकड़ा से अधिक किसान मौजूद रहे।