रायबरेली :मानदेय को लेकर आशा बहुओं का फूटा गुस्सा सीएससी गौरा में ताला जड़कर किया विरोध प्रदर्शन



गांव गांव में घर घर स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने वाली है कोरोना काल में अपनी अहम जिम्मेदारी अदा करने वाली आशा बहुओं का सब्र टूट गया है कई दर्जन आशा बहुओं ने प्रदर्शन करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा में ताला जड़ दिया और ओपीडी बंद कर दी गुस्साई आशा बहुओं का कहना है कि सरकार कोरोनावायरस से लेकर अब तक उनसे सारे काम करवा रही है। आशा बहुएं अपनी जान की परवाह किए बिना गांव में घर घर जाकर लोगों का हाल-चाल लेने के साथ-साथ उनको दवा का वितरण एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी दे रहे। कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में भी आशा बहुओं ने अपनी हिम्मत नहीं हारी और अपना काम जिम्मेदारी से किया लेकिन सरकार उनके मानदेय पर विचार नहीं कर रही है काफी दिनों से मिल रहे आश्वासन के बाद आज शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा की समस्त आशा बहुओं का सब्र टूट गया और सुबह अस्पताल पहुंचकर मुख्य गेट में ताला जड़ दिया और नारी शक्ति एकता जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए बड़ी संख्या में पहुंची आशा बहुओं की एक ही मांग थी कि उनको राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और उनका मानदेय बढ़ाया जाए प्रदर्शन करने आई आशा बाहु सुषमा सिंह ,सुनीता कुसुमा, गुड़िया ,शांति, सहित कई दर्जन आशा बहुओं ने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा अपने हक की लड़ाई के लिए वह प्रदर्शन करती रहेंगी।